लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में इन दिनों वायरल फीवर फैला है। वहीं, लोग खांसी-जुकाम से भी पीड़ित हैं। जो खांसी-जुकाम पहले हफ्ता-दस दिनों में ठीक हो जाता था। वो अब तीन हफ्तों से अधिक समय के बाद ही ठीक हो रहा है। कुछ डॉक्टर्स इसे कोरोना से जोड़ कर देख रहे हैं। वहीं, कई अन्य डॉक्टर्स इसे प्रदूषण और पोस्ट वायरल सिंड्रोम से जोड़ रहे हैं।

केवल कोविड ही कारण नहीं

केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के डॉ। डी हिमांशु के मुताबिक वायरल इंफेक्शन के बाद पोस्ट वायरल सिंड्रोम से भी ऐसा होता है। इंफेक्शन की वजह से लंग पर भी असर पड़ता है। जिसे कई बाद ठीक होने में तीन हफ्ता से तीन माह तक का समय लग जाता है। कोरोना के बाद लंग पर असर ज्यादा देखने को मिला था। यही कारण है कि कई डॉक्टर इसे कोरोना से जोड़ रहे हैं। इसके कई अन्य कारण जैसे प्रदूषण बढ़ना आदि भी हैं। इसलिए केवल एक कारण कहना फिलहाल सही नहीं होगा।

लंबी खांसी के कई कारण

केजीएमयू में माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ। शीतल वर्मा के मुताबिक वायरल इंफेक्शन के बाद यह समस्या देखने को मिलती है। इंफेक्शन की वजह से वायुमार्ग में सूजन और जलन हो सकती है। जिससे इंफेक्शन ठीक होने के बाद भी लंबे समय तक खांसी बनी रहती है। कुछ मरीजों को पोस्ट वायरल सिंड्रोम का अनुभव होता है। जिसमें शरीर से वायरस साफ होने के बाद भी लक्षण बने रहते हैं।

लंबे समय तक रहती है खांसी

डॉ। शीतल वर्मा के अनुसार, प्रारंभिक वायरल संक्रमण प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है। जिससे जीवाणु संक्रमण को पकड़ना आसान हो जाता है। वहीं, एलर्जी रिएक्शन यानि वायरल संक्रमण के प्रति प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया एलर्जी रिएक्शन को ट्रिगर कर सकती है, जिससे सांस संबंधी लक्षण जारी रह सकते हैं। इन सब कारणों की वजह से भी लंबे समय तक खांसी बनी रहती है।