250 नई जनरथ बसें आनी हैं

25 जनरथ बसों का संचालन लखनऊ से

4 बसों के परमिट नेपाल के लिए मांगे

- अगले माह से आना शुरू हो जाएंगी नई जनरथ बसें

- जिन रूट से वॉल्वो बसें हटी उन रूट पर चलाने की तैयारी

LUCKNOW:

अगले माह से परिवहन निगम के बस बेड़े में नई जनरथ बसों के जुड़ने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इनमें से 25 बसें लखनऊ क्षेत्र को मिलनी हैं। इन बसों के संचालन के लिए रूट तलाशने का काम शुरू हो गया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इन आने वाली टू बाई टू जनरथ बसों का संचालन उन रूट पर किया जाएगा, जहां से पिछले साल कई वॉल्वो बसों को हटा लिया गया था।

हो रही थी परेशानी

परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार पिछले साल एक कंपनी का ईडी के आदेशानुसार पेमेंट रोका गया था। इसके बाद उस कंपनी ने अपनी बसें रोडवेज से हटा ली थीं। करीब दो दर्जन बसों के हटने से इन रूट पर सफर करने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नई एसी टू बाई टू जनरथ बसों के आने से इन यात्रियों की यह समस्या अब खत्म हो जाएगी।

अवध डिपो से चल रही हैं बसें

रोडवेज के बस बेड़े में इस साल कुल 250 जनरथ बसें अलॉट की गई हैं। इनमें 25 बसों के संचालन की जिम्मेदारी परिवहन निगम ने लखनऊ परिक्षेत्र के आरएम पल्लव बोस को सौंपी है। राजधानी में जनरथ बसों का संचालन फिलहाल अवध डिपो के पास है। नई आने वाली बसों का संचालन अन्य डिपो को भी सौंपे जाने की तैयारी है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इन जनरथ बसों को लखनऊ से जनकपुर सेवा में भी चलाया जा सकता है। निगम ने नेपाल के लिए चार बसों के परमिट की डिमांड भारत सरकार से की है।

परिवहन मंत्री दिखाएंगे हरी झंडी

इसके अलावा इन नई आने वाली बसों का संचालन दिल्ली, गोरखपुर, प्रयागराज, आगरा, मथुरा और अयोध्या के लिए करने की तैयारी है। फिलहाल निगम के अधिकारियों ने अध्ययन शुरू कर दिया है कि किन रूट पर किस समय बसों की डिमांड है। इसके बाद उन रूट की दूरी निकालने के बाद टिकट का दाम निर्धारित किया जाएगा। परिवहन मंत्री अशोक कटारिया इन बसों को हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे।

25 बसों के संचालन की जिम्मेदारी लखनऊ परिक्षेत्र को दी गई है। इन बसों के आने से पैसेंजर्स को काफी राहत मिलेगी। 250 जनरथ बसें इस साल रोडवेज बस बेड़े में शामिल होंगी।

राजेश वर्मा, सीजीएम संचालन

परिवहन निगम