लखनऊ (ब्यूरो)। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी राजधानी में धूमधाम से मनाई गई। एक ओर जहां घरों में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। वहीं, दूसरी ओर इस्कान मंदिर, गणेशगंज व पुलिस लाइन समेत अन्य जगहों पर कान्हा का भव्य श्रंगार के साथ आकर्षक झांकी सजाई गई और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। इस दौरान हर कोई श्रीकृष्ण की भक्ति में सराबोर दिखाई दिया। रात 12 बजते ही हर ओर नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की मंदिरों और घरों में गूंज उठा।

जन्माष्टमी की दी बधाई

जन्माष्टमी के अवसर पर पुलिस लाइन में लाइटिंग व फूलों संग झांकी सजाई गई और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी अयोजन किया गया। इस दौरान मयूर नृत्य समेत अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोहा। प्रोग्राम में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, मंत्री दयाशंकर सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, महापौर सुषमा खर्कवाल समेत अन्य लोग शामिल हुए। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों और प्रदेशवासियों का बधाई दी।

मंदिरों में सजी झांकी

जन्माष्टमी के मौके पर सुशांत गोल्फ सिटी स्थित इस्कान मंदिर में जल, दूध, दही, घी और शहद से महाभिषेेक किया गया। वहीं, बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत भजन, और नृत्य प्रस्तुतियां पेश की गई। जबकि राधा-कृष्ण मूर्ति को वृंदावन के कारीगरों द्वारा बनाया गया, मोती व मणि से बने विशेष वस्त्र पहनाए गए। मंदिर अध्यक्ष अपरिमेय श्यामदास द्वारा प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया। साथ ही प्रभु को विभिन्न प्रकार का भोग भक्तों द्वारा लगाया गया। इसके अलावा बांसमंडी स्थित पुराने इस्कान मंदिर में प्रभु का जन्मोत्सव मनाया गया। सुबह भगवान का भव्य श्रृंगार फूलों, वस्त्र और आभूषणों से किया गया। मंदिर को गुब्बारों से सजाया गया था। 12 बजे भगवान को भोग लगाकर प्रसाद भक्तों में वितरित किया गया।

गूंजे श्रीकृष्ण के गीत

दूसरी ओर न्यू गणेशगंज में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के तहत छह दिवसीय मूविंग झांकी का शुभारंभ हुआ। जहां कृष्ण जन्म लीला को दर्शाया गया। जैसे ही रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म हुआ वहां हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की गूंज उठा। वहीं, यहां आने वाले भक्तों को चंद्रयान की झलक भी देखने को मिली। जिसके लिए स्पेशल सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है। इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली।

घरों में जन्मे कान्हा

वहीं, घरों में भी भक्तों ने धूमधाम के साथ कान्हा का जन्मोत्सव मनाया। जहां भक्तों ने व्रत रखते हुए भजन में दिन व्यतीत किया। साथ ही मंदिर को बेहद ही खूबसूरती के साथ सजाया और कई तरह के पकवान भी बनाये, जिसका रात 12 बजे जन्मोत्सव के बाद भोग लगाया गया। इसके बाद परिजनों में प्रसाद का वितरण किया गया।