लखनऊ (ब्यूरो)। कंक्रीट के जंगलों में तब्दील हो चुकी राजधानी में एक बार फिर से ऊंची ऊंची बिल्डिंग्स के बीच हरियाली नजर आएगी। इसकी वजह यह है कि एलडीए की ओर से अपनी सभी योजनाओं विशेषकर नई योजनाओं में मियावाकी कांसेप्ट लागू किया जा रहा है। इसकी शुरुआत सीजी सिटी से होने जा रही है और इस दिशा में कदम भी आगे बढ़ा दिए गए हैैं।

ये है मियावाकी कांसेप्ट

बता दें कि जापानी तकनीक पर बेस्ड इस कांसेप्ट के अंदर एक जमीन चिन्हित की जाती है, फिर वहां पर पौधे लगा दिए जाते हैैं। ये पौधे तीन से चार साल के अंदर डेवलप हो जाते हैैं, जिससे उस स्थान के आसपास हर तरफ हरियाली नजर आने लगती है। खास बात यह है कि इस कांसेप्ट के लिए बहुत अधिक क्षेत्रफल की जमीन की जरूरत भी नहीं पड़ती है। बेहद कम स्थान में ही इस कांसेप्ट को डेवलप किया जा सकता है। इस वजह से ही एलडीए की ओर से अपनी योजनाओं में उक्त कांसेप्ट लाया जा रहा है।

स्पेस तलाशा जा रहा

एलडीए की ओर से अपनी सभी योजनाओं जैसे गोमतीनगर, गोमतीनगर विस्तार, जानकीपुरम, कानपुर रोड इत्यादि में स्पेस तलाशने का काम शुरू कर दिया गया है। सर्वे होने के बाद वहां पर मानसून से पहले प्लांटेशन भी शुरू कर दिया जाएगा। जो प्लांटेशन किया जाएगा, उसमें पॉल्यूशन रोधी पौधे लगाए जाएंगे। जब ये पौधे डेवलप हो जाएंगे तो साफ है कि योजना के आवंटियों को शुद्ध हवा मिल सकेगी।

पार्क में भी डेवलपमेंट

जिन योजनाओं में स्पेस नहीं मिल पाएगा, वहां पर पार्क में ही मियावाकी कांसेप्ट के आधार पर पौधे लगाए जाएंगे और एक स्थान में छायादार पौधे लगाए जाएंगे। जिससे जब आवंटी पार्क में टहलने जाएं तो उन्हें शुद्ध हवा मिल सके। इसके साथ ही हरियाली मेनटेन होने से एक्यू्आई लेवल पर भी खासा सकारात्मक असर देखने को मिलेगा।

सीजी सिटी में शुरुआत

एलडीए की ओर से अपनी सीजी सिटी योजना में मियावाकी कांसेप्ट के आधार पर प्लांटेशन की शुरुआत कर दी गई है। इसके साथ ही राष्ट्र प्रेरणा स्थल पार्क में 50 हजार छायादार व फलदार पौधे भी लगाए जा रहे हैैं। जो अन्य पौधे लगाए जा रहे हैैं, उनमें आम, अमरूद, लीची, नींबू, अमलताश, महोगिनी के अलावा जामुन, महुआ, नीम, पीपल व पाकड़ आदि शामिल हैैं। यही पौधे अन्य योजनाओं में भी लगाने की तैयारी हो रही है।

नगर निगम भी कर चुका शुरुआत

एलडीए से पहले नगर निगम की ओर से भी मियावाकी कांसेप्ट के आधार पर पौधरोपण शुरू किया जा चुका है। नगर निगम की ओर से भी अपने पार्कों में और खाली पड़ी जमीनों पर उक्त कांसेप्ट के आधार पर प्लांटेशन कराया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी उद्यान विभाग को दी गई है। वहीं दूसरी तरफ, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत भी जगह-जगह प्लांटेशन करने की तैयारी हो रही है। जिससे हर तरफ हरियाली नजर आए और एक्यूआई लेवल में गिरावट देखने को मिले। इस कदम की लगातार मॉनीटरिंग भी की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ, नगर निगम की ओर से पब्लिक को भी प्लांटेशन की दिशा में जागरूक करने के लिए जल्द ही नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जाएगा। जिससे पब्लिक भी अपने घरों या मोहल्लों में स्थित पार्कों में प्लांटेशन कर हरियाली मेनटेन कर सके। स्कूलों में बच्चों को भी प्लांटेशन के लिए जागरूक करने की तैयारी हो रही है।

सीजी सिटी समेत अन्य योजनाओं में मियावाकी कांसेप्ट के आधार पर प्लांटेशन किया जा रहा है। इसका सीधा फायदा योजनाओं में रहने वाले आवंटियों को मिलेगा। इस काम को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए