लखनऊ (ब्यूरो)। गुडंबा में लगातार पुलिस के संरक्षण हो रहे अवैध खनन ने एक किसान की जान ले ली। कपासी गांव में गुरुवार देररात अवैध खनन कर रही जेसीबी ने अपने खेत की रखवाली कर रहे किसान छत्रपाल (55) को रौंद दिया। गंभीर हालत में उसे ट्रामा सेंटर ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों के मुताबिक, अवैध खनन की सूचना पर एसडीएम बीकेटी ने टीम के साथ छापा मारा था। पकड़े जाने से बचने के लिए जेसीबी चालक मौके से भाग रहा था। वहीं एसडीएम बीकेटी ने कपासी में छापामारी पर जाने से इनकार किया है।

खेत को मवेशियों से बचाने के लिए सो रहे थे

गुडंबा के बेलहा मजरा कपासी गांव निवासी छत्रपाल (55) का कपासी में अवध हॉस्पिटल के पास खेत है। मवेशियों से बचाने के लिए वह रात में खेत पर ही सोते थे। मृतक के बेटे विवेक रावत ने बताया कि रोजाना कि तरह पिता छत्रपाल खेत पर गए हुए थे। रात करीब दो बजे गोयत्रिपुरवा कपासी निवासी जेसीबी चालक कुलदीप यादव ने लापरवाही से जेसीबी चलाते हुए उनके पिता को रौंद दिया। गंभीर रूप से घायल छत्रपाल को कुर्सी रोड स्थित सेंट मैरी अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पीडि़त विवेक ने इंस्पेक्टर गुडंबा को तहरीर दी है।

बचने के लिए भागा जेसीबी चालक

ग्रामीणों के मुताबिक, मृतक के खेत से कुछ दूरी पर बाबादीन के खेत में जेसीबी से खनन माफियाओं द्वारा अवैध खनन कराया जा रहा था। खनन ठेकेदार को एसडीएम बीकेटी व उनकी टीम द्वारा छापेमारी की सूचना मिली। सूचना पर जेसीबी चालक मौके से गाड़ी की लाइट बंद करके भागने लगा। जिससे खेत के किनारे सो रहे छत्रपाल जेसीबी की चपेट में आ गया। मृतक के परिवार में तीन लड़के विवेक, अंकित व सचिन हैं।

इंस्पेक्टर गुडंबा को घटना की जानकारी नहीं

क्षेत्र में अवैध खनन में लगी जेसीबी की चपेट में आने से एक किसान की मौत हो गई, लेकिन इंस्पेक्टर गुडंबा कुलदीप सिंह गौर को इसकी जानकारी ही नहीं है। घटना के संबंध में पूछने पर उन्होंने ऐसी किसी घटना की जानकारी होने से इनकार किया। एसडीएम बीकेटी ने बताया कि विधायक बीकेटी व कंट्रोल रूम में मानपुर लाला व सौरारा में खनन की सूचना पर मौके पर गया था, पर कपासी गांव नहीं गया। कपासी में किसान की दर्दनाक मौत पर उन्होंने जांच की बात कही है।

बड़े पैमाने पर हो रहा है अवैध खनन

ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र के लगभग सभी गांवों में बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है। खनन माफियाओं को स्थानीय पुलिस का भी संरक्षण प्राप्त है। यही वजह है कि शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। आये दिन जेसीबी से कोई न कोई वाहन चालक चोटिल हो रहा है। गांव की सड़के भी खनन की गाडिय़ों के कारण खस्ताहाल हो गई है।