5 लाख 59 हजार मकान शहर में

8 जोन में कराया जा रहा है सर्वे

- नगर निगम की ओर से योजना को अंतिम रूप देने की तैयारी शुरू

- सभी भवनों के नंबरों को जियो टैगिंग की जा रही है

LUCKNOW बस कुछ दिन का इंतजार, फिर आपको अपने घर की सारी जानकारी गूगल पर मिल जाएगी। इतना ही नहीं, अगर आपका कोई गेस्ट दूसरे शहर से आता है तो वह भी बेहद आसानी से गूगल मैपिंग की मदद से आपके घर तक पहुंच जाएगा। भवन स्वामियों को उक्त राहत देने के लिए कदम उठाया जा रहा है नगर निगम की ओर से। इस सुविधा को अंतिम रूप देने के लिए नगर निगम की ओर से तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं।

हर जोन में सर्वे

निगम प्रशासन की ओर से हर जोन में सर्वे करके मकान नंबरों का डेटा तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही जो नए मकान बने हैं, उनका भी नंबर निगम की ओर से अलॉट किया जाएगा। इसके साथ ही हर एक मकान की यूनिक आईडी भी तैयार कराई जा रही है। इस यूनिक आईडी को ही गूगल से लिंक अप कर दिया जाएगा। जिसके बाद मकान से जुड़ी जानकारी आसानी से हासिल की जा सकेगी।

अगले साल से शुरुआत

निगम प्रशासन की माने तो यूनिक आईडी जेनरेट होते ही इस कदम को उठाया जाएगा। निगम प्रशासन के अनुसार, अगले साल से यह सुविधा पब्लिक को मिलने लगेगी। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी नगर निगम अशोक सिंह ने बताया कि जियो टैगिंग होने के बाद मकानों की जानकारी आसानी से मिल सकेगी।