इस मुहूर्त में करें पूजा, मिलेगा शुभ फल

7 को सुबह 6:07 से 09:52 तक चित्रा नक्षत्र रहेगा। कुछ साधक इस मुहूर्त में भी कलश स्थापित करते हैं, जबकि अभिजात मुहूर्त में कलश स्थापना करना श्रेयस्कर रहेगा। 17 अक्टूबर को सुबह 11:28 बजे से 12:14 बजे तक अभिजात मुहूर्त रहेगा। घट स्थापना और देवी पूजन इसी दौरान करना चाहिए। इस बार 24 अक्टूबर को भक्त अंतिम व्रत रखेंगे, इसी दिन अष्टमी और नवमी का पूजन होगा। 25 अक्टूबर को सुबह 11:14 बजे तक नवमी रहेगी, इसके बाद दशमी का मान शुरू हो जाएगा।

- भक्तों को अभिजात मुहूर्त में ही करनी चाहिए कलश स्थापना

- 25 अक्टूबर को सुबह 11:14 बजे तक ही रहेगी नवमी

LUCKNOW : नवरात्रि पर्व 17 अक्टूबर से शुरू हो रहा है और पहले दिन 17 अक्टूबर को कलश स्थापना के साथ घरों एवं मंदिरों में देवी का गुणगान शुरू हो जाएगा। इस बार नवरात्रि पर भी कोरोना संक्रमण का असर दिखाई देगा। हर नवरात्रि चौक की छोटी व बड़ी कालीजी मंदिर के पास मेला इस बार नहीं लगाया जाएगा। साथ ही भक्तों से यह भी अपील मंदिरों की ओर से की जा रही है कि बुजुर्ग और बच्चे मंदिर न आएं। राजधानी के संतोषी माता मंदिर, संदोहन देवी मंदिर, काली बाड़ी आदि सभी मंदिरों में जरूरी प्रतिबंधों के साथ ही भक्त माता रानी के दर्शन कर सकेंगे। राजेंद्र नगर के महाकाल मंदिर के संयोजक अतुल मिश्रा ने बताया कि मां के दरबार को सजाने का काम शुरू हाे गया है।

शुभ मुहूर्त में करें घट स्थापना

आचार्य अनुज पांडेय ने बताया कि शुभ मुहूर्त में ही कलश स्थापित करने से माता भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं। 17 को सुबह 6:07 से 09:52 तक चित्रा नक्षत्र रहेगा। कुछ साधक इस मुहूर्त में भी कलश स्थापित करते हैं, जबकि अभिजात मुहूर्त में कलश स्थापना करना श्रेयस्कर रहेगा। 17 अक्टूबर को सुबह 11:28 बजे से 12:14 बजे तक अभिजात मुहूर्त रहेगा। घट स्थापना और देवी पूजन इसी दौरान करना चाहिए। इस बार 24 अक्टूबर को भक्त अंतिम व्रत रखेंगे, इसी दिन अष्टमी और नवमी का पूजन होगा। 25 अक्टूबर को सुबह 11:14 बजे तक नवमी रहेगी, इसके बाद दशमी का मान शुरू हो जाएगा।

जौं बोकर करें दुर्गा सप्तश्ाती का पाठ

आचार्य अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि घट स्थापना से पहले जौं बोकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करना जरूरी होता है। नवरात्रि में हवन व कन्या पूजन से मां दुर्गा की विशेष कृपा मिलती है। नवरात्रि में मां दुर्गा को हर दिन अलग-अलग नौवैद्य चढ़ाने से विशेष कृपा मिलती है।

बाक्स

नवरात्रि में मां को किस दिन चढ़ाएं कौन सा प्रसाद

दिन प्रसाद

पहले दिन गाय का घी

दूसरे दिन शक्कर

तीसरे दिन दूध

चौथे दिन मालपुआ

पांचवें दिन केला

छठे दिन शहद

सातवें दिन गुड़

आठवें दिन नारियल

नौवें दिन धान