- राष्ट्रीय बालिका दिवस पर होनहार बेटियों को मिला रानी लक्ष्मीबाई सम्मान

LUCKNOW:

इरादे नेक और हौसले बुलंद हों तो सफलता एक न दिन जरूर मिलती है इसलिए संघर्ष से घबराना नहीं चाहिए। खासकर जब आप लड़की हो तो खुद को कतई कमजोर न आंके, मेहनत करती रहें। कुछ यहीं संदेश जोश व जुनून से भरी बेटियां दूसरों को दे ती नजर आई। जो राष्ट्रीय बालिका दिवस और यूपी दिवस के अवसर पर सीएम द्वारा रानी लक्ष्मीबाई अवॉर्ड से सम्मानित हुई।

कभी खुद को दिव्यांग नहीं माना

मैं 10 मीटर एयर पिस्टल में कई मेडल जीत चुकी हूं। मैं भले ही दिव्यांग हूं, लेकिन कभी खुद को दिव्यांग नहीं माना। जब मैंने शूटिंग करने की बात कही तो घरवालों का पूरा सपोर्ट रहा, तभी आज मैं यहां तक पहुंच सकी हूं। यही कहूंगी कि कोई भी हालात हो आपको घबराना नहीं है, तभी आप एक मुकाम हासिल कर सकते हैं।

आकांक्षा चौधरी, शूटिंग

अपने हुनर को पहंचाने

मैं आज जो भी हूं अपने फादर व हसबैंड की वजह से ही हूं। जिन्होंने हर कदम पर मेरा साथ दिया। हर एक लड़की के अंदर कोई न कोई हुनर जरूर होता है। जरूरत है बस उसे पहचानने की। एक बार आप अगर ठान लें तो कुछ भी हासिल कर सकती हैं। इसलिए डरने की जगह हिम्मत व हौसले के साथ आगे बढ़ते रहें।

हिमानी सिंह, शूटर

बस मेहनत करते रहें

शुरुआत में कई लोगों ने कहा कि लड़की होकर कहां आगे बढ़ सकोगी। लेकिन, मैंने हिम्मत नहीं हारी और पूरी मेहनत के साथ अपने खेल में लगी रही। घर वालों का सपोर्ट मिला जिसकी वजह से देश-विदेश में गोल्ड मेडल जीता। अवॉर्ड आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। मेहनत करते रहें, सफलता जरूर मिलेगी।

साक्षी जौहरी, वुशू खिलाड़ी

सफलता जरूर मिलेगी

आज भी लड़कियों को आगे बढ़ने से रोका जाता है लेकिन इसके बावजूद हर क्षेत्र में लड़किया आगे बढ़ रही हैं। मैंने भी तमाम तरह की बाधाओं को पार करते हुए देश-विदेश में मेडल जीते। लड़कियों से यही कहूंगी कि संघर्ष करने से डरें नहीं। अपने काम लेकर दृढ़ प्रतिज्ञ और विश्वास के साथ करते रहें। एक न एक दिन सफलता मिलेगी।

विमला सिंह, वेटरन एथलेटिक्स

मेहनत कभी बेकार नहीं जाती

जब मैंने खेलना शुरू किया तो केवल अपने खेल पर ही ध्यान दिया। इस दौरान घरवालों से भी पूरा सपोर्ट मिला। जिसकी वजह से इंटरनेशनल लेवल तक खेला और देश के लिए मेडल जीता। सभी से यही कहूंगी कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती है। उसका फल देर-सवेर मिलता जरूर है।

स्वर्णिमा जायसवाल, हैंडबॉल