- शुरुआती दौर में कोरोना का शिकार हुए सात मरीजों में से तीन ठीक होने के करीब

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LUCKNOW: कोरोना के आगे हथियार नहीं डालना है बल्कि इलाज में अनुशासन और अपने जच्बे से इसे चारों खाने चित करना है। लखनऊ में कोरोना पीडि़त मरीज इस जच्बे की जीती जागती मिसाल बन रहे हैं। शुरुआती दौर में ही कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके 7 मरीजों में से 3 अब तक ठीक होने के करीब हैं। कोरोना को हराने वाले इन फाइटर्स में एक नाम बॉलीवुड की मशहूर सिंगर कनिका कपूर का नात भी है। केजीएमयू के डॉक्टर्स भी इन नतीजों के बेहद खुश हैं।

जग रही उम्मीद

कोरोना पेशेंट का इलाज कर रही टीम में शामिल डॉ। डी हिमांशु ने बताया कि रेजीडेंट डॉक्टर सहित महिला डॉक्टर के रिलेटिव और लंदन से आए युवक की रिपोर्ट निगेटिव आई है। ऐसे में उम्मीद जगी है कि हम जो इलाज दे रहे हैं, वह सफल हो रहा है। इनका दोबारा सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है, अगर फिर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो यह बहुत अच्छी खबर होगी। इससे हमें दूसरे मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी।

पहली बार आई रिपोर्ट निगेटिव

गौरतलब है कि कनाडा से आई महिला डॉक्टर 11 मार्च को कोरोना पॉजिटिव मिली थीं, इसके बाद उनके रिश्तेदारों का भी टेस्ट किया गया था। एक रिश्तेदार युवक की 14 मार्च को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके पांच सैंपल पॉजिटिव आए, वहीं छठा सैंपल निगेटिव आया है। दूसरी ओर कोरोना पेशेंट की जांच कर रहे एक रेजीडेंट डॉक्टर और एक युवक की भी जांच रिपोर्ट 17 मार्च को पॉजिटिव आई थी, हालांकि अब इन दोनों की चौथी रिपोर्ट निगेटिव आई है।

बिलकुल तनाव न लें

डॉ। डी हिमांशु ने बताया कि सभी भर्ती मरीजों की हालत अब काफी बेहतर है। इस समय दोनों युवक मोबाइल और लैपटॉप पर परिवार और दोस्तों के साथ जुड़े हैं। वे हमेशा हंसी-मजाक करते रहते हैं। लंदन से आया 19 वर्षीय युवक जब तनाव में आता है तो पूछता है कि यहां से वह कब जाएगा। ऐसे में उसकी काउंसिलिंग करनी पड़ती है। दोनों युवक समय पर दवा और हेल्दी फूड ले रहे हैं। घर से आया खाना भी उन्हें दिया जा रहा है। दोनों फिल्में देखते हैं और गेम भी खेलते हैं, जिससे उनका माइंड डायवर्ट रहता है, यह बेहद अच्छी बात है।

मिल रहा है हौसला

कोरोना पेशेंट से संक्रमित हुए यहीं के रेजीडेंट डॉक्टर का इलाज भी यहीं चल रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखने पर ही उन्होंने जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। साथ रह रहे रिश्तेदारों की भी जांच हुई। एक डॉक्टर होने के नाते कोरोना के खतरे के बारे में मुझे पता है। ऐसे में पूरी सावधानी रख रहा हूं। जो डॉक्टर मेरा इलाज कर रहे हैं, उनसे मुझे हौसला मिल रहा है। अब तबियत ठीक है, रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। उम्मीद कर रहा हूं कि जो दूसरा सैंपल गया है, वो भी निगेटिव आएगा और मैं जल्द डिस्चार्ज होकर दोबारा काम शुरू कर सकूंगा।

काउंसिलिंग भी करता हूं

रेजीडेंट डॉक्टर ने बताया कि वे डेली का रूटीन सेट कर दवा और खाना ले रहे हैं। नियम के साथ नमाज पढ़ते हैं और नेट पर फिल्म भी देखते हैं। घरवालों और दोस्तों से भी बात करता हूं। जब उन्हें मेरी ज्यादा टेंशन होती है तो उनकी काउंसिलिंग भी करता हूं। उनसे यही कहता हूं, मैं जल्द ठीक होकर आऊंगा।

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पॉजिटिव सोच रखें

22 मार्च को डिस्चार्ज हो चुकी पहली कोरोना पेशेंट कनाडा की महिला डॉक्टर का कहना था कि इलाज के दौरान खुद को पॉजिटिव रखना बेहद जरूरी है। कई दिनों तक एक कमरे में रहना मुश्किल होता है ऐसे में आपको जो पसंद है, वो करें लेकिन खुद को बिजी रखें। ऊपर वाले के साथ डॉक्टर्स पर पूरा विश्वास रखें। यहां के डॉक्टर प्रोफेशनल है, उनकी बदौलत मैं इस बीमारी से ठीक हुई हूं।