- डॉक्टर के संपर्क में आए डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ के लिए गए सैंपल

- जांच में सभी की रिपोर्ट आई निगेटिव, 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन में रहने को कहा गया

- केजीएमयू में विदेश से आये दो और संदिग्ध भर्ती किये गये हैं

- दोनों ही राजधानी के हैं और विदेश यात्रा से लौटे थे।

- कोरोना पेशेंट का इलाज कर रहे रेजीडेंट भी कोरोना वायरस का शिकार

- राजधानी में अब तक सामने आ चुके हैं कोरोना के तीन मरीज

LUCKNOW : राजधानी के केजीएमयू में कोरोना पेशेंट का इलाज कर रहे एक रेजिडेंट डॉक्टर भी इसकी चपेट में आ गए हैं। उनको आइसोलेट किया गया है। वहीं उनके साथ डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ का भी सैंपल जांच के लिए भेजा गया, जो निगेटिव निकला है। हालांकि सभी को 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन में रहने को कहा गया है। अब राजधानी में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या तीन हो गई है।

इंफेक्शन के दिखे लक्षण

केजीएमयू में कोरोना वायरस के इलाज के लिए संक्रमण रोग विभाग में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जहां संदिग्ध के सैंपल लेने से लेकर उनका ट्रीटमेंट किया जा रहा है। यहां ड्यूटी पर तैनात एक रेजिडेंट डॉक्टर को मंगलवार को हरारत, हल्की खांसी और नाक से पानी आने की समस्या होने लगी। इसका पता लगते ही तत्काल उन्हें आइसोलेट किया गया। रात में ही सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया, जो पॉजिटिव आया। उनके संपर्क में आये 12 डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टॉफ का भी सैंपल लिया गया, जो निगेटिव आए। सभी को क्वारेंटाइन में रहने को कहा गया है।

पांच रिश्तेदार भी संदिग्ध

कोरोना संक्रमित रेजिडेंट से सभी जानकारी ली गई कि वे कहां-कहां गए थे। जिसके बाद पता चला कि वे जिस फ्लैट में रहते हैं, वहां उनके कई रिश्तेदार भी रुके हैं। तुरंत मेडिकल टीम ने वहां जाकर उन सभी पांचों के सैंपल जांच के लिए लिए हैं। सभी को रिपोर्ट आने तक घर पर ही रहने की हिदायत दी गई है।

दूसरी टीम ने संभाला मोर्चा

कोरोना का इलाज कर रहे 12 लोगों के क्वारेंटाइन में जाने से इलाज पर असर न हो इसके लिए बैकअप टीम लगाई गई है। केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो। सुधीर सिंह ने बताया कि कोरोना को देखते हुये पहले ही बैकअप टीम बना दी गई थी, ताकि किसी भी स्थिति में काम न प्रभावित हो। इसके साथ ही रेस्पेरिट्री मेडिसिन, पीडियाट्रीक्स और जनरल मेडिसिन विभाग आपस में ड्यूटी को शेयर करेंगे। मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रो। डॉ। सुधीर वर्मा ने बताया कि मेडिकल टीम के क्वारेंटाइन में जाने के बाद अन्य टीम की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें 8-8 घंटे की तीन शिफ्ट में 2 डॉक्टर, 4 नर्स सहित वार्ड ब्वाय और स्वीपर शामिल हैं।

कोरोना संदिग्ध लोगों के लिए गये सैंपल

केजीएमयू में विदेश से आये दो संदिग्ध भर्ती किये गये हैं। दोनों ही राजधानी के हैं और विदेश यात्रा से लौटे थे। दोनों को आइसोलेट करते हुये सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया है। उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। वहीं एक निजी चैनल के कैमरामैन का सैंपल जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर जाकर लिया है। उसे रिपोर्ट आने तक घर पर ही क्वारेंटाइन रहने को कहा गया है। वहीं जर्मनी से आये राजधानी के एक और युवक का सैंपल घर जाकर लिया गया है। इस युवक को तलाशने के बाद इसका सैंपल लिया गया है और इसे घर पर ही रहने को कहा गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने घर जाकर कुल 10 सैंपल लिये है। सभी को घर पर ही रहने का निर्देश दिया गया है।

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केजीएमयू प्रशासन पर उठ रहे गंभीर सवाल

कोरोना वायरस का ट्रीटमेंट कर रहे मेडिकल स्टॉफ के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। केजीएमयू में भी हॉस्पिटल इंफेक्शन कंट्रोल कमेटी बनी है। यह इंफेक्शन रोकने के लिए बनाई गई है। इसके बाद भी रेजीडेंट का कोरोना से संक्रमित होना, कई सवाल उठाता है। सवाल उठता है कि क्या कमेटी की ओर से कोई गाइडलाइन जारी की गई और क्या उसका पालन सुनिश्चित किया गया। अगर इसका उल्लंघन हो रहा था, तो एक्शन क्यों नहीं लिया गया। जब इस बारे में कमेटी की हेड प्रो। अमिता जैन से पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ गाइडलाइन जारी हो चुकी है, कह कर पल्ला झाड़ लिया।

कोट

कुल 46 सैंपल की जांच की गई है, जिनमें से 18 की रिपोर्ट आनी बाकी है। एक रेजीडेंट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और बाकी सभी की रिपोर्ट निगेटिव है।

- प्रो। सुधीर सिंह, केजीएमयू प्रवक्ता

कोट

एक संदिग्ध का सैंपल घर जाकर लिया गया है। उसे घर पर ही रहने के लिए कहा गया है। उसका सैंपल जांच के लिए केजीएमयू भेज दिया गया है।

- डॉ। नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ

क्लास और एग्जाम स्थगित, डॉक्टर्स और स्टॉफ की छुट्टी पर रोक

रुष्टयहृह्रङ्ख(18 रूड्डह्मष्द्ध):

केजीएमयू में एक रेजिडेंट में कोरोना की पुष्टि होने के बाद हॉस्पिटल प्रशासन ने यूजी की क्लासेज को बंद कर दिया है। बुधवार को जारी आदेश के तहत एमबीबीएस, बीडीएस, बीएससी नर्सिग और पैरामेडिकल की सभी क्लास और एग्जाम 2 अप्रैल तक सस्पेंड कर दिए गए हैं।

सुरक्षा के लिए उठाया कदम

केजीएमयू के रजिस्ट्रार आशुतोष कुमार द्विवेदी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुये यह कदम उठाया गया है। तत्काल प्रभाव से यूजी की सभी क्लास और एग्जाम सस्पेंड कर दिए गए हैं। इसके साथ ही सभी को सुरक्षात्मक कदम उठाने को कहा गया है।

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छुट्टियों पर लगी रोक

केजीएमयू प्रशासन की ओर से जारी एक और आदेश के अंतर्गत सभी चिकित्सक, चिकित्सा शिक्षक और पैरामेडिकल स्टॉफ की छुट्टियों को अब स्वीकृत नहीं किया जाएगा। सिर्फ आकस्मिक परिस्थितियों में ही छुट्टी स्वीकार की जाएगी। यह आदेश इसलिए दिया गया है कि यहां आने वाले मरीजों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो।