लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू ने नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल यानि नैक ग्रेडिंग के लिए तैयारी शुरू की दी है। इसको लेकर गवर्नर आनंदीबेन पटेल भी विशेष ध्यान दे रही हैं। बीते माह गर्वनर के नेतृत्व में कई यूनिवर्सिटी के वीसी का पंजाब विश्वविद्यालय और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का दौरा हुआ था। जिसके बाद कई बिंदुओं को जारी करते हुए, निर्देश जारी कर उन आधारों के तहत सुधार करने को कहा गया है, ताकि अच्छी ग्रेडिंग मिल सके। इसका सीधा फायदा यूनिवर्सिटी समेत फैकल्टी, स्टूडेंट्स और आम लोगों को मिलेगा।

रिसर्च पर दें ज्यादा ध्यान

केजीएमयू एक मेडिकल यूनिवर्सिटी है। ऐसे में, यहां के सुधारों का सीधा फायदा मरीजों को मिलेगा। गवर्नर द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, रिसर्च टॉपिक ऐसे हों, जिनका प्रोटोटाइप के साथ कॉमर्शियल यूज भी किया जा सके ताकि फायदा मरीजों को मिले। इसके लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट की स्थापना करें। जहां हो चुके रिसर्च और चल रहे रिसर्च से जुड़ी सभी जानकारियां एक ही जगह हों। इसके अलावा, टीचिंग और रिसर्च फैकल्टी की क्वालिटी पर विशेष जोर दें, जिसका फायदा यहां रिसर्च कर रहे स्टूडेंट्स को मिल सके। साथ ही, स्टूडेंट्स को प्रजेंटेशन देने का भी मौका दें।

इन प्वाइंट्स का रखें ख्याल

इसके अलावा यूनिवर्सिटी में हॉल ऑफ फेम, एलुमनाई नेटवर्किंग एंड कनेक्ट, ग्रीन कैंपस इनिशिएटिव, हॉस्टल मैनेजमेंट और सोशल आउटरीच पर भी फोकस किया जाये ताकि स्टूडेंट्स से लेकर फैकल्टी और अन्य को इसका लाभ मिल सके। वीसी डॉ। बिपिन पुरी के मुताबिक, यूनिवर्सिटी नैक टीम के निरीक्षण को देखते हुए पूरी गंभीरता से काम कर रही है। अच्छी ग्रेडिंग मिले इसके लिए हम पूरी मेहनत कर रहे हैं, क्योंकि इसका फायदा यूनिवर्सिटी समेत यहां आने वाले मरीजों को भी मिलेगा। हमें कई फंड मिल सकेंगे, जिसका फायदा यूनिवर्सिटी के साथ मरीजों को भी मिलेगा। इसके लिए हमें हर किसी का सहयोग चाहिए। नैक की टीम के सितंबर माह में आने की उम्मीद है।

एनआईआरएफ और नैक की ग्रेडिंग बेहद जरूरी है। पूरी मेहनत करेंगे और अच्छे ग्रेड हासिल करेंगे। इसके लिए सभी का सहयोग चाहिए।

-डॉ। बिपिन पुरी, वीसी, केजीएमयू