एक लाख की फिरौती दे बिल्डर ने बचाई जान

- रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर के बेटे ने किया किडनैप

- मांगी पांच लाख की फिरौती, पुलिस ने चंद घंटों में ही दबोचा

LUCKNOW :

रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर के बेटे ने फिरौती के लिए बिल्डर को किडनैप कर लिया। जिसके बाद एक लाख की फिरौती देकर बिल्डर ने अपनी जान बचाई। किडनैपर्स के चंगुल से छूटने के बाद बिल्डर ने पुलिस से शिकायत की। आनन फानन में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चंद घंटे में ही एक किडनैपर को दबोच लिया। उसके पास से फिरौती की रकम भी बरामद की है। अभी उसके दो साथी फरार हैं।

मकान की डील के बहाने बुलाया

इंदिरानगर में बदमाशों ने बीते मंगलवार को मकान की डील का झांसा देकर बिल्डर अंकित सोनी को किडनैप किया था। अंकित को कमरे में बंद करके मारापीट और उसका मोबाइल व सोने की चेन छीन ली। उसे जान से मारने की धमकी देकर पांच लाख रुपये फिरौती की मांग थी। परिचितों के माध्यम से एक लाख 14 हजार रुपये देकर अंकित उनके चंगुल से छूटा। रिहा होने पर अंकित ने बताया कि कल्याणपुर निवासी राजेश यादव उसका पूर्व परिचित है। मंगलवार रात 10 बजे राजेश यादव ने उसे फोन करकेमकान की डील के बहाने मिलने बुलाया। वह लोग उसे वैगन आर में बैठाकर सेक्टर.16 स्थित विकास भल्ला के किराए के कमरे पर ले गए। वहां पहुंचते ही राजेश ने अपने साथी अमित की मदद से अंकित को बंधक बना लिया। छह घंटे तक बंधक बनाए रखा।

फिरौती की रकम देकर छूटा

अंकित ने विकासनगर निवासी अपने दोस्त पप्पू अधिकारी को फोन करके 50 हजार रुपये अमित को दिलवाए। इसके बाद कल्याणपुर में रहने वाले अपने दोस्त अनिल मिश्रा को फोन करके 45 हजार रुपये अमित के भाई जितेन्द्र को दिलवाए। अंकित ने और रुपयों का इंतजाम करने में असमर्थता जताई जिसके बाद आरोपियों ने उसे पुलिस के पास न जाने की हिदायत देकर छोड़ दिया।

चंद घंटों में ही धरे गये किडनैपर्स

अंकित की शिकायत पर बुधवार को गाजीपुर पुलिस ने मुख्य आरोपी राजेश उर्फ राजू यादव को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से लूटी गई चेन, मोबाइल व 62 हजार रुपये बरामद हुए हैं.एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि गुडम्बा में कल्याणपुर निवासी अंकित सोनी मकान बनाकर बेचता है। बुधवार को अंकित ने गाजीपुर थाने में खुद के अपहरण व लूट किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया। अंकित की सूचना पर इंस्पेक्टर गाजीपुर नागेन्द्र चौबे ने बुधवार दोपहर राजेश यादव को मुंशी पुलिया के सुख कॉम्पलेक्स के पास गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से फिरौती के 62 हजार रुपये, चेन व मोबाइल बरामद हुआ। इंस्पेक्टर नागेन्द्र चौबे ने बताया कि राजेश यादव रिटायर सब इंस्पेक्टर बीडी यादव का बेटा है। वह खुद को वकील बताता है। वर्ष 2003 में गुडम्बा में हुई उमेश पहाड़ी की हत्या के मामले में पुलिस ने राजेश को गिरफ्तार करकेजेल भेजा था। राजेश कई लोगों से रंगदारी वसूल चुका है। उसके सहयोगी अमित व जितेन्द्र सगे भाई हैं और सीतापुर के रहने वाले हैं।