लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के चक गजरिया स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। गरीब मरीजों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। अधिकारियों की माने तो संस्थान में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते कई योजनाओं को शुरू नहीं किया जा पा रहा है।
स्टाफ की कमी
संस्थान में स्टाफ की कमी का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि यहां फिलहाल 25 फीसद फैकल्टी ही मौजूद है। यही मरीजों को देखने के साथ सर्जरी तक का काम कर रही है।
स्टाफ पर एक नजर
- परमानेंट और आउटसोर्स कर्मी मिलाकर कुल 475 स्टाफ ही तैनात।
- इसमें डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय, क्लीनर आदि शामिल हैं।
- मरीजों को देखने के लिए सिर्फ 25 लोग ही संस्थान में उपलब्ध हैं।
- 5 परमानेंट और 50 नर्सें आउट सोर्सिंग पर रखी गई हैं।
ये कमियां बन रही हैं दिक्कत
- ब्लड बैंक की स्थापना नहीं हो सकी है।
- आईसीएयू बेड की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।
- रेडियोलॉजी, न्यूक्लीयर मेडिसिन, इमरजेंसी मेडिसिन विभाग नहीं।
- मेडिकल आंकोलॉजी की सुविधा भी अभी नहीं है।
गरीबों को नहीं मिल रहा लाभ
संस्थान में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से गरीबों को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, क्योंकि इसके लिए इलाज संबंधित सभी सुविधाएं एक ही जगह पर होनी चाहिए। संस्थान में किसी तरह सीएम फंड के तहत बेहद सीमित स्तर पर इलाज मिल पा रहा है।
संस्थान में बेडों के साथ स्टाफ बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। सभी मरीजों को देखा जा रहा है।
-डॉ। अनुपम वर्मा, सीएमएस, कैंसर संस्थान