- पुलिस भी हलकान, कदम दर कदम नियमों की उड़ रहीं धज्जियां

LUCKNOW वैसे तो राजधानी में लॉकडाउन-3 चल रहा है, लेकिन रोड के सन्नाटे को चीरती गाडि़यों के हॉर्न साफ-साफ बता रहे हैं कि यहां सबकुछ खुला है। लोग बेवजह रोड पर निकलने से भी नहीं करता रहे हैं। पुलिस भी उनकी हरकत से हलकान है। सब्जी मंडी में पहले की तरह भीड़ जमा होने लगी है, सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक बनाया जा रहा है। मुख्य सड़क के किनारे ठेलों का रेला है। गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें तक खोल डाली गईं। सुबह-शाम की सैर और दौड़ लगाते लोग भी नजर आ रहे हैं। आंशिक छूट बेशक है मगर, लगता नहीं, हम पर कोई लगाम लगी है। रोक-टोक नहीं है। नियम तो हम जानते ही नहीं। यह हालात तब हैं, जब हम जानते हैं कि मुख्य बाजार, सड़क और गलियां तक कोरोना के संक्रमण की जद में हैं। वहीं सुरक्षा के नियमों को दरकिनार कर सब्जी बेचने वाले मोहल्लों में कोरोना बांट रहे हैं। शुक्रवार को प्रदेश में कुल 11 और लखनऊ के तीन पॉजिटिव सामने आने से साफ है, अभी खतरा टला नहीं है। हम नहीं सुधरे तो आने वाला पल काफी भयावह होगा। ऐसे में हमें अपनी सुरक्षा और जिम्मेदारी खुद समझनी होगी।

सब्जी मंडी में उमड़ी भीड़

कैसरबाग सब्जी मंडी के दुकानदार से संक्रमण फैलने का सिलसिला शुरू हुआ तो एक के बाद एक कई इलाके सील कर दिए गए। बावजूद इसके सब्जी विक्रेताओं ने इसकी गंभीरता को नहीं समझा। जिम्मेदारों की भी उनपर नजर नहीं पड़ी। वे बिना मास्क और ग्लव्स के सब्जियां बेच रहे हैं। चौक से लेकर गोमती पार तक एक जैसा हाल है। चौक में गोल दरवाजे से खुन-खुनजी कोठी के सामने तक ठेले वाले बेतरतीब बिखरे हुए हैं। पुलिस और प्रशासन की अपील के बावजूद दुकानदार न मास्क लगाए हैं। न ही शारीरिक दूरी का ख्याल रख रहे हैं। उससे भी ज्यादा बेपरवाह खरीदारों की भीड़ है। चौपटिया मंडी का हाल और भी बुरा है। यहां का नजारा देखकर ऐसा लग रहा है मानो शहर आम दिनों की तरह सामान्य हो.उधर, टेढ़ीपुलिया की सब्जी मंडी में भयावह स्थिति है। हजारों की संख्या में लोग सुबह पांच बजे से ही यहां आ जाते हैं। शारीरिक दूरी के नियमों की बखियां उधेड़ रहे हैं। खास बात यह है कि राजधानी में चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, लेकिन वे भी बेबस हैं। सरकारी व निजी दफ्तर खुलने के कारण लोगों को रोकने पर तमाम खाली घूमने वाले लोग भी दफ्तर जाने का बहाना बना देते हैं।

यहां पर सख्ती है बरकरार

लॉकडाउन के तीसरे चरण में सिर्फ हॉटस्पॉट इलाकों में ही पुलिस की सख्ती नजर आ रही है। अधिकारी भी हर रोज इन इलाकों में गश्त कर रहे हैं। हालांकि हॉटस्पॉट को छोड़कर अन्य स्थानों पर वाहनों का आवागमन जारी है। बैरिकेडिंग पर मौजूद पुलिसकर्मी लोगों से पूछताछ करना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। बाइक पर एक और कार में तीन से अधिक लोगों के सवार होने पर ही रोका जा रहा है।

190 वाहन सीज किये

पुलिस ने बीते एक सप्ताह में 478 वाहनों का चालान किया गया है। यह आंकड़े बताते हैं लोग नियमों का किस तरह से उल्लंघन कर रहे हैं। यही नहीं, पुलिस ने अलग-अलग थानों में कुल 46 एफआइआर दर्ज की हैं। 190 वाहनों को सीज किया है। वहीं, लॉकडाउन की शुरुआत में पुलिस ने न के बराबर वाहनों का चालान किया था। इसका कारण ये था कि लोग बेवजह घरों से बाहर नहीं निकल रहे थे।

वर्जन

लोग अपने दफ्तरों के लिए निकल रहे हैं। शाररिक दूरी का पालन कराने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। बाइक पर एक और कार में तीन से अधिक लोगों के सवार होने पर प्रतिबंध लगाया गया है। शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक बेवजह निकलने वालों से पूछताछ और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.- सुजीत पांडेय, पुलिस आयुक्त

बॉक्स

इन नियमों की उड़ा रही धज्जियां

लॉकडाउन तीन में शारीरिक दूरी का पालन करने, मास्क लगाने, अनावश्यक भीड़ एकत्र न करने, बाइक पर एक और कार मे तीन लोगों के सवार होने, शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक बेवजह बाहर न निकलने और संदिग्ध मरीजों के बारे में सूचना देना सुनिश्चित किया गया था। लॉकडाउन दो में सुबह साढ़े नौ बजे तक ऑफिस पहुंचने और शाम छह बजे के बाद कार्यालय से घर जाने के निर्देश दिए गए थे।

मुकदमे के बाद भी नहीं सुधर रहे

- लॉकडाउन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ पुलिस एफआइआर दर्ज कर रही है।

- तकरीबन 45 दिन से हर रोज पुलिस की ओर से कार्रवाई की जा रही है.-

अब तक 31 हजार से अधिक वाहनों के चालान किए जा चुके हैं।

- बिना मास्क टहलने वालों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई।