लखनऊ (ब्यूरो)। लोहिया अस्पताल के सामने बिहारीपुरवा में कई मकान व मेडिकल स्टोर के साथ-साथ डॉक्टरों के क्लिनिक व अस्पताल हैं। एलडीए की मार्केट में एक बीयर शॉप व एक वाइन शॉप भी है। शाम ढहलते ही एलडीए की पार्किंग में ओपन बार सज जाता है। देर रात तक यहां महफिल सजी रहती है।
महिलाओं का निकलना मुश्किल
लोहिया अस्पताल के सामने होने के चलते यहां से महिलाओं और तीमारदारों का निकलना अधिक रहता है। वहीं आसपास के कामर्शियल काम्प्लेक्स में सैकड़ों महिलाएं काम करती हैं। उन्हें भी मजबूरी में इसी रास्ते से गुजरना होता है। आए दिन यहां महिलाओं के साथ छेड़छाड़ भी होती है।
शिकायत के बाद भी एक्शन नहीं
स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने यहां सजने वाले ओपन बार की शिकायत आबकारी आयुक्त से लेकर कई अधिकारियों से मुलाकात कर लिखित में की। यही नहीं लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के पूर्वी जोन के अफसरों से भी शिकायत की गई लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। पुलिस की गाड़ियां यहां सायरन बजाकर बिना रुके चली जाती हैं।
आए दिन होती है मारपीट
एलडीए पार्किंग में सजने वाले ओपन बार में आए दिन गाली गलौज व मारपीट आम बात है। कई बात तो रोकने पर स्थानीय लोगों से भी मारपीट हो चुकी है। विवाद का खामियाजा सामने स्थित हॉस्पिटल, ऑफिस की बिल्डिंग को उठाना पड़ता है। हाल में ओपन वार में विवाद में हुई पत्थरबाजी के चलते एक अस्पताल के कांच तक टूट गए थे, जिसकी एफआईआर विभूतिखंड थाने में की गई थी।

बहुत परेशानी है
शहर का सबसे बड़ा अस्पताल होने के साथ-साथ आसपास मंदिर भी हैं। यहां खुलेआम शराब पी जाती है। जिससे लोगों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। शराब बेचने का लाइसेंस है न की शराब पिलाने का। यह पूरी तरह से गलत है और इसकी कई बार शिकायत भी कई गई है।
डॉ देवाशीष शुक्ला

एलडीए ने पार्किंग के लिए जगह दी और वहां ओपन बार चल रहा है। बिना लाइसेंस के हर दिन शाम ढहलते बार सज जाता है। वहां लोगों का गुजरना तक मुश्किल होता है। खासतौर पर महिलाएं तो वहां से गुजरना भी नहीं चाहती है। कई बार छेड़छाड़भी चुकी हैै।
दिनेश यादव, व्यापारी नेता

सभी सरकारी तंत्र से शिकायत करने के बाद भी वहां आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब तो लगता है अवैध रूप से चल शराब के अड्डे को हटवाने के लिए सीएम साहब से ही गुजारिश करनी होगी। बाकी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
जितेंद्र वर्मा, स्थानीय व्यापारी