70 हजार आबादी विस्तार की

7 सेक्टर्स में बंटा है विस्तार

15 से अधिक अपार्टमेंट्स एलडीए के

10 साल पहले से आवासीय बस्ती बसी

- गोमती नगर विस्तार को एलडीए करने जा रहा नगर निगम को हैंडओवर

- जनता ने निगम से लगाई गुहार, पहले सुविधाओं संबंधी सत्यापन करा लें

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रुष्टयहृह्रङ्ख वाह रे एलडीए, आधे अधूरे विकास के साथ ही पूरी कॉलोनी को नगर निगम को हैंडओवर करने की तैयारी शुरू कर दी है, जिसकी वजह से जनता परेशान है और नगर निगम को पत्र लिखकर सुविधाओं संबंधी भौतिक सत्यापन कराने की मांग की है। हैरानी की बात तो यह है कि जनता की ओर से एलडीए से भी कई बार समस्याओं को दूर किए जाने संबंधी मांग उठाई गई थी लेकिन अभी तक समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।

गोमती नगर विस्तार का मामला

एलडीए की ओर से अपनी गोमती नगर विस्तार योजना और जानकीपुरम विस्तार योजना को नगर निगम को हैंडओवर करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। एक तरफ जहां जानकीपुरम विस्तार योजना में भी समस्याओं का जाल बिछा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ गोमती नगर विस्तार योजना में भी कुछ ऐसा ही हाल है। योजना में रहने वाले लोगों की माने तो पिछले पांच से सात साल से सुविधाओं के लिए भटक रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

सात सेक्टर में बंटा है विस्तार

गोमती नगर विस्तार करीब सात सेक्टर्स में बंटा हुआ है। इसमें दो सेक्टर्स में जनेश्वर मिश्र पार्क है, जबकि अन्य सेक्टर्स में आवासीय बस्ती है। सेक्टर सात में पुलिस मुख्यालय, नगरीय निकाय निदेशालय समेत कई सरकारी ऑफिस हैं। सेक्टर चार में एक दर्जन से अधिक एलडीए के अपार्टमेंट्स बने हुए हैं। जिससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि विस्तार योजना घनी आवासीय बस्ती है। इसके बावजूद यहां समस्याओं का मकड़जाल है।

ये हैं प्रमुख समस्याएं

1-सीवर कनेक्शन

2-पेयजल आपूर्ति

3-आधी अधूरी नालियां

4-शोपीस बनी पानी की टंकियां

5-बदहाल सर्विस लेन

6-स्ट्रीट लाइट संबंधी समस्या

जनता ने उठाई मांग

जनता ने नगर निगम से मांग उठाई है कि भले ही एलडीए की ओर से उक्त सुविधाएं मुहैया कराए जाने की बात कही जा रही हो, लेकिन कॉलोनी को अपने अधिकार क्षेत्र में लेने से पहले उक्त सुविधाओं का भौतिक सत्यापन जरूर करा लें। लोगों का कहना है कि उक्त छह समस्याएं विकराल रूप धारण कर चुकी हैं। पहले एलडीए ये समस्याएं दूर करे फिर योजना को निगम को हैंडओवर करे।

एलडीए पैसा तो देता, विकास नहीं होता

लोगों का कहना है कि कोई भी कॉलोनी निगम को हैंडओवर करने के बाद एलडीए की ओर से विकास कार्यो के लिए निगम को पैसा तो दे दिया जाता है, लेकिन उसके बाद सुविधाओं के लिए जनता को खासा तरसना पड़ता है।

वर्जन

गोमती नगर विस्तार में हर तरफ समस्याएं ही समस्याएं हैं। एक तो सीवर सिस्टम प्रॉपर कनेक्ट नहीं है, वहीं सर्विस लेन और नालियों की स्थिति भी बेहद खराब है। पहले ये समस्याएं दूर की जाएं, फिर निगम को हैंडओवर किया जाए।

उमाशंकर दुबे, अध्यक्ष, लखनऊ जनकल्याण महासमिति