- औद्योगिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में तैनात निजी सिक्योरिटी एजेंसी 112 से लिंक

- सीएम योगी के निर्देश पर गृह विभाग ने दी मंजूरी

LUCKNOW :

सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिये औद्योगिक प्रतिष्ठानों व उनसे जुड़ी इकाइयों की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने की नई पहल की गई है। इसके तहत इन प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में जुटी पांच निजी सुरक्षा एजेंसियों को 112 से लिंक करने के एक पायलट प्रोजेक्ट को गृह विभाग ने मंजूरी दे दी है।

अलार्म सिस्टम को 112 से किया जाएगा लिंक

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में पांच निजी सुरक्षा एजेंसियों के साथ काम करने की अनुमति यूपी 112 को दी गई है। उल्लेखनीय है कि गोरखपुर औद्योगिक क्षेत्र की एक सुरक्षा एजेंसी के आठ प्रतिष्ठानों के साथ योजना का प्रयोग किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत आने वाली निजी सुरक्षा एजेंसियों के अलार्म सिस्टम को यूपी 112 से लिंक किया जाएगा। अलार्म सिस्टम के यूपी 112 से इंटीग्रेट होने की वजह से इससे जुड़े औद्योगिक प्रतिष्ठानों को जैसे ही किसी आपात मदद की जरूरत होगी, उसका संदेश तुरंत यूपी 112 मुख्यालय को मिल जाएगा और उसी के मुताबिक पुलिस रिस्पॉन्स व्हीकल तुरंत मदद के लिये पहुंचेगी।

चार तरह से ले सकेंगे मदद

एडीजी यूपी 112 असीम अरुण ने इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि निजी सुरक्षा एजेंसियां चार तरह से मदद ले सकेंगी। निजी एजेंसियों के फोन कॉल इंटीग्रेशन के तहत उन्हें 10 डिजिट का नंबर दिया जायेगा। जिसके जरिए आने वाली कॉल को विशेष रूप से ट्रेंड कॉल टेकर्स अटेंड करेंगे। एपीआई इंटीग्रेशन के तहत सुरक्षा एजेंसी का सिस्टम 112 के सिस्टम पर सीधे संदेश भेजेगा। इसको विशेष रूप से निजी सुरक्षा एजेंसियों के लिये तैयार किया गया है। एपीआई इंटीग्रेशन एसआईपी सिस्टम सुरक्षा को मजबूती देगा। इसमें एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम तक डेटा मैसेज के साथ वॉयस मैसेज के जरिये मदद मांगी जा सकती है। इसके अलावा एप बेस्ड सर्विस के जरिए एजेंसियां 112 से मदद ले सकेंगी। इसके लिये एप को फोन में डाउनलोड कर एसओएस बटन का उपयोग कर पीआरवी को मौके पर बुलाया जा सकेगा।

बनाई गई अलग डेस्क

एडीजी अरुण ने बताया कि उद्योगों व अन्य संस्थानों को सुरक्षा उपलब्ध करवाने के लिये 112 मुख्यालय में अलग डेस्क बनायी जा रही है। इस डेस्क पर इंडस्ट्री एरिया से जुड़ी सहायता के लिये आने वाली सूचनाओं को ही अटेंड किया जाएगा। इंटस्ट्रियल एरिया की सुरक्षा के लिये अलग से पीआरवी तैनात किये जाने का निर्णय भी लिया गया है।