-गुरुवार को भी एक कॉल टेकर मिली कोरोना पॉजिटिव, जल्द खुलने के आसार नहीं

LUCKNOW: सीएम योगी आदित्यनाथ महिला अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाने को लेकर लगातार मातहतों को निर्देश दे रहे हैं। लेकिन, महिलाओं को इन अपराधों में मदद पहुंचाने के लिये यूपी पुलिस की सबसे अहम सेवा अधिकारियों की लापरवाही के चलते कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर बेहाल है। आलम यह है कि बुधवार को दो संक्रमित मरीजों के मिलने पर 1090 मुख्यालय को सील कर दिया गया। वैकल्पिक इंतजाम न होने की वजह से सेवा पूरी तरह ठप हो गयी। अब इस तालाबंदी के दौरान छेड़खानी व अन्य अपराधों की शिकार महिलाएं क्या करें, इस पर कोई अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

नहीं ली कोई सीख

मार्च माह में ही कोरोना संक्रमण ने राजधानी में अपने पैर पसारने शुरू कर दिये थे। लिहाजा, तमाम जरूरी सेवाओं को जारी रखने के लिये वैकल्पिक इंतजाम शुरू कर दिये गए। यूपी पुलिस की सेवा डायल 112 के एडीजी असीम अरुण ने इस पर सबसे दूरंदेशी वाला काम करते हुए एक तिहाई स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम के तहत काम शुरू करा दिया। इसके अलावा गाजियाबाद और प्रयागराज में दो सेंटर से भी काम शुरू करा दिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि जब 112 मुख्यालय में जब कुछ कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए तब भी 112 का काम नहीं रुका और सेवा बहाल रही। हालांकि, छेड़खानी व महिला अपराधों की शिकायत के लिये स्थापित 1090 वूमेन पावर लाइन के अधिकारियों ने इससे सीख नहीं ली। जिसका नतीजा यह रहा कि बुधवार को दो कॉल टेकर्स के कोरोना संक्रमित मिलने पर 1090 वूमेन पावर लाइन को सील कर दिया और सेवा ठप हो गयी।

फिर मिली कोरोना संक्रमित मरीज

बुधवार को दो कॉल टेकर्स के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद उनके संपर्क में आने वाली सभी कॉल टेकर्स व ऑपरेशंस से जुड़े कर्मियों की जांच करायी गयी। गुरुवार को आयी रिपोर्ट में एक अन्य कॉल टेकर युवती कोरोना पॉजिटिव पायी गयी। बुधवार को वूमेन पावर लाइन द्वारा जारी प्रेस नोट में मुख्यालय को 48 घंटे के लिये सील करने की बात कही गयी थी, लेकिन गुरुवार को फिर से एक संक्रमित मिलने के बाद सेवा शुरू होने की संभावना पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। एसपी 1090 रवि शंकर छवि ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बातचीत में बताया कि गुरुवार को एक और संक्रमित मिलने से अब मुख्यालय को शुक्रवार की बजाय शनिवार को खोलने की उम्मीद जतायी जा रही है।

बॉक्स

हर रोज औसतन 8 हजार कॉल

जब से 1090 सेवा प्रदेश में शुरू हुई तब से यह महिलाओं व युवतियों में खासी लोकप्रिय है। इसी का नतीजा है कि पावर लाइन में हर रोज औसतन 8 हजार कॉल आती हैं। इनमें टेलीफोनिक छेड़खानी के अलावा सड़क पर छेड़खानी, महिला उत्पीड़न व अन्य महिला अपराधों की शिकायतें दर्ज करायी जाती हैं। टेलीफोनिक छेड़खानी के अलावा अन्य मामलों जिनमें पुलिस की तुरंत मदद की जरूरत होती है, उन कॉल्स को 112 पर डायवर्ट कर दिया जाता है। हालांकि, सेवा ठप होने की वजह से अब 1090 पर शिकायत करने वाली पीडि़ताओं को मदद नहीं मिल पा रही है।

वर्जन।

गुरुवार को एक और कर्मी कोरोना संक्रमित मिली है। उम्मीद की जा रही है कि शनिवार को सेवा को फिर से शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही भविष्य में ऐसे हालात न हों, इसके लिये वैकल्पिक व्यवस्था की भी योजना बनायी जा रही है।

- रविशंकर छवि, एसपी, 1090 वूमेन पावर लाइन