- सूर्योदय के समय करें मारुतिनंदन की आराधना

- मंदिरों के बजाय घरों में हनुमानजी का पाठ करने की अपील

रुष्टयहृह्रङ्ख : हर वर्ष चैत्र मास की पूर्णिमा को रुद्रावतार हनुमानजी की जयंती मनाई जाती है। इस बार मंगलवार का दिन पड़ने से यह विशेष मंगलकारी होगा। आचार्य शक्तिधर त्रिपाठी ने बताया कि इस बार मंगलवार का दिन पड़ने से बजरंग बली की विशेष कृपा होगी। सभी को घरों में हनुमान चालीसा व सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि हनुमानजी अष्टचिरंजीवी हैं। उन्होंने मृत्यु को प्राप्त नहीं किया। ऐसे में अमृतयोग में उनकी जयंती पर पूजन करना ज्यादा फलदायक होगा। बजरंगबली की उपासना करने वाला भक्त कभी पराजित नहीं होता। हनुमानजी का जन्म सूर्योदय के समय बताया गया है, इसलिए इसी काल में उनकी पूजा-अर्चना करना श्रेयस्कर होगा।

विशेष आराधना करें

आचार्य आनंद दुबे ने बताया कि चैत्र मास की पूर्णिमा 27 अप्रैल को है। इसी दिन हनुमान जयंती मनाई जाएगी। चैत्र मास की पूर्णिमा पर भगवान श्रीराम की सेवा के उद्देश्य से भगवान शंकर के ग्यारहवें रुद्र ने अंजना के घर हनुमान के रूप में जन्म लिया था। हनुमानजी ने शनिदेव का घमंड तोड़ा था, तब सूर्यपुत्र शनिदेव ने हनुमानजी को वचन दिया कि उनकी भक्ति करने वालों की राशि पर आकर भी वे कभी उन्हें पीड़ा नहीं देंगे। कन्या, तुला, वृश्चिक और अढैया शनि वाले तथा कर्क, मीन राशि के जातकों को हनुमान जयंती पर विशेष आराधना करनी चाहिए।

कोरोना से मुक्ति की करें कामना

बीरबल साहनी मार्ग स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी पवन मिश्रा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि मंदिरों के बजाय घरों में हनुमानजी का पाठ करें और समाज को कोरोना से मुक्ति की कामना करें। अलीगंज के नए और पुराने हनुमान मंदिर समेत सभी मंदिरों में केवल पुजारी ही आरती करेंगे। हनुमान सेतु मंदिर, दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर समेत सभी मंदिरों में विशेष पूजन होगा। सुबह 9:27 बजे तक पूजन व दान करना श्रेयस्कर होगा। चौक में केके चौरसिया घर में ही 108 बार हनुमान चालीसा पाठ कर समाज को कोरोना से मुक्ति की कामना करेंगे। संग्रहालय में 80 हजार से अधिक हनुमानजी के प्रतीक हैं। इंडिया बुक और लिम्का बुक आफ रिका‌र्ड्स में नाम दर्ज हो चुका है।

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अमेरिका में सुंदरकांड, राजधानी में साथ देंगी महिलाएं

डेढ़ दशक से अधिक समय से अमेरिका के व्यो¨मग विश्वविद्यालय में नौकरी करने वाली राजधानी की डा.अनुपमा सिंह 27 अप्रैल को हनुमान जयंती पर वहां से सुंदरकांड का पाठ कर देश को कोरोना से मुक्ति देने की कामना करेंगी। राजधानी में उनका साथ देंगी नीलिमा सिंह व साथी महिलाएं। 108 बार हनुमान चालीसा पाठ के साथ ग्रुप वीडियो के जरिए महिलाएं जुड़ेंगी। कोरोना संक्रमण के बावजूद बजरंग बली के गुणगान का मौका महिलाएं छोड़ना नहीं चाहतीं। गोमतीनगर के राजकीय बालिका इंटर कालेज की शिक्षिका नीलिमा सिंह ने बताया कि हर हनुमान जयंती पर ऐसा सामूहिक आयोजन वह वहां से करेंगी और लखनऊ समेत सूबे के कई जिलों से प्रीति, नम्रता, निरुपमा, रचना, नमिता शर्मा, नीरू व शालू सहित कई महिलाएं अपने घरों से जुड़ेंगी।

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ऐसे जुड़ेंगी महिलाएं

राजधानी की नीलिमा सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण की बात चल रही थी और बहन समेत सभी दोस्त वाट्सएप ग्रुप पर जुड़े थे। इसी बीच अमेरिका में रहने वाली बहन डा.अनुपमा सिंह से बात हुई तो उन्होंने एक ग्रुप बनाया। जूम एप के माध्यम से बनाए गए ग्रुप में सभी को जोड़ा और पासवर्ड दे दिया। एक समय अपने लैपटाप पर उस एप से जुड़कर एक घंटे तक महिलाएं पाठ करेंगी।