-मोहनलालगंज के फत्तेखेड़ा में हुई दर्दनाक घटना

-युवक के शव के करीब पुलिस ने बरामद किया सुसाइड नोट

LUCKNOW: उन्होंने जिंदगी साथ बिताने के सपने देखे थे शादी कर घर बसाने का वायदा कियापर, इस प्रेम कहानी में परिजन रोड़ा बन गए। जात-पांत की दीवार खड़ी कर दी और उनका प्यार उसे लांघ नहीं पाया। ये कहानी है अरविंद (22) और मनीषा (18) की। जो एक नहीं हो पाए और जान दे दी। अरविंद ने फांसी लगा ली और जब ये खबर मनीषा को मिली तो उसने भी खुद पर केरोसीन छिड़ककर आग लगा ली। गुरुवार को हुई इस दिल दहलाने वाली इस घटना में उन दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।

नानी के घर रहता था

मूलत: उन्नाव के पुरवा स्थित मदारपुर निवासी अरविंद यादव की मां कृष्ण कुमारी का देहांत उसके जन्म के एक साल बाद ही हो गया था। उसकी नानी फूलकुमारी उसे अपने घर जालिमखेड़ा गांव ले आई थीं। 10 साल पहले नानी की भी मौत हो गई थी। जिसके बाद अरविंद मोहनलालगंज के फत्तेखेड़ा गांव निवासी मौसा नन्हकऊ के घर रहने लगा। नन्हकऊ ने बताया कि अरविंद पेशे से ड्राइवर था और महिला आईपीएस ऑफिसर साधना गोस्वामी की कार चलाता था। करीब छह महीने से अरविंद गोमतीनगर में किराये का कमरा लेकर रह रहा था। बुधवार देररात वह नीली बत्ती लगी कार लेकर घर पहुंचा था।

वापस लौटा और लगा ली फांसी

गुरुवार सुबह वह वापस चला गया। दोपहर करीब 2 बजे वह वापस लौटा और उसने बताया कि वह अपना ड्राइविंग लाइसेंस भूल गया था। इसके कुछ देर बाद वह पैदल ही खेत की ओर चल पड़ा। गांव में ही रहने वाले कृष्णपाल ने बताया कि उसकी मुलाकात अरविंद से हुई। लेकिन, मुलाकात के दौरान वह सामान्य दिख रहा था। जिसके बाद अरविंद ने आम के पेड़ में रस्सी के फंदे से लटककर सुसाइड कर लिया। एक बच्चे ने अरविंद की लाश फंदे से लटकी देख शोर मचाया। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

खबर मिलते ही किया आत्मदाह

पुलिस ने शव को नीचे उतारकर जांच शुरू की। पुलिस ने अरविंद की जेब से सुसाइड नोट बरामद किया। जिसमें उसने एक लड़की के इश्क में नाकाम रहने की बात लिखते हुए अपना दर्द बयां किया था। अभी पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजने की तैयारी कर ही रही थी कि इसी बीच यह खबर गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई। खबर मिलने पर गांव में रहने वाले प्रेम शर्मा भी घटनास्थल जा पहुंचे। जबकि, उनके घर में उनकी मां जमुना देई और बेटी मनीषा ही मौजूद थी। जैसे ही अरविंद की मौत की खबर मनीषा को मिली उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया और खुद पर केरोसीन छिड़ककर खुद को आग के हवाले कर लिया। उसकी चीख-पुकार सुनकर जमुना देई ने शोर मचाया। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़ दिया और भीतर दाखिल हुए लेकिन, तब तक मनीषा की बुरी तरह झुलसकर मौत हो चुकी थी।

शादी के लिये गृहस्थी जुटा रहा था

परिजनों ने बताया कि अरविंद अपनी शादी की तैयारी कर रहा था। दो महीने पहले ही उसने अपनी मौसी पुष्पा देवी से 25 हजार रुपये उधार लिए थे। इन रुपयों से वह गृहस्थी का सामान खरीद रहा था। घटनास्थल पर मौजूद अरविंद के दोस्तों ने बताया कि वह अक्सर कहता था कि जल्द ही मनीषा से शादी करेगा। दोस्तों ने बताया कि अरविंद और मनीषा सेलफोन पर रोज लंबी-लंबी बात किया करते थे। मनीषा के पिता प्रेम कुमार ने उनके बीच किसी भी तरह के अफेयर की बात से इनकार किया है।