- लखनऊ यूनिवर्सिटी डिग्री कॉलेजों तक चलाएगा अवेयरनेस प्रोग्राम

LUCKNOW: क्षेत्राधिकार बढ़ने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के सुझावों पर लखनऊ यूनिवर्सिटी ने राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट ओडीओपी से जुड़ने का निर्णय लिया है। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने एक तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी क्षेत्राधिकार के अंतर्गत शामिल जिलों में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए उनकी स्किल डेवलपमेंट जैसे कार्यक्रम शुरू करेगी, जिससे वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के उद्देश्यों को पूरा किया जाए।

क्या कहा था पीएम ने

यूनिवर्सिटी की स्थापना के 100वें वर्ष में वर्चुअल माध्यम से जुड़े पीएम मोदी ने कहा था कि जिन जिलों को आपके शैक्षणिक दायरे में जोड़ा जा रहा है, वहां के लोकल उत्पादों, विधाओं और उनसे जुड़े कोर्सेज के लिए स्किल डेवलपमेंट जैसे कार्यक्रम शुरू किए जाएं। वहां के उत्पादों की ब्रांडिंग, मार्केटिंग और मैनेजमेंट से जुड़ी रणनीति आपके कोर्स का हिस्सा हो सकती हैं। आप लखनऊ की चिकनकारी, अलीगढ़ के ताले, मुरादाबाद के पीतल के बर्तन, भदोही की कालीन जैसे उत्पादों को विश्वस्तर पर ले जाने के लिए नए सिरे से रिसर्च, स्टडी क्यों नहीं कर सकते हैं।

तीन सदस्यीय कमेटी का गठन

इसके लिए यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने तीन सदस्यीय कोर कमेटी का गठन किया है। इसके दायरे में पांच सब कमेटियां काम करेंगी, जिसमें हर जिले से 2 लोग शामिल किए जाएंगे। कोर कमेटी की अध्यक्ष शिक्षा विभाग की प्रो। अमिता बाजपेई को बनाया गया है। कमेटी में सांख्यिकी विभाग के प्रो। राजीव पांडे और अंग्रेजी विभाग के प्रो। आरपी सिंह भी शामिल होंगे। यूनिवर्सिटी विभिन्न जिलों के उत्पादों पर शोध करेगी।

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सीएम ने भी किया था समर्थन

शताब्दी समारोह के शुभारंभ के मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि शिक्षण संस्थानों को जनसरोकार से जुड़ना चाहिए। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट को बढ़ावा दिया चाहिए, तभी आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना साकार होगी।