- राजधानी की हवा लगातार होती जा रही है जहरीली, शुक्रवार को एक्यूआई रहा 441
LUCKNOW
राजधानी की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। आलम यह है कि सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में राजधानी का एक्यूआई 441 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा। जिसकी वजह से पॉल्यूशन के मामले में राजधानी देश में दूसरे नंबर पर रही। जबकि पहले नंबर पर कानपुर रहा। यहां का एक्यूआई 455 रहा। देश के टॉप टेन प्रदूषित शहरों में आठ यूपी के रहे।
दिन भर छाई रही धुंध
राजधानी में सुबह से लेकर शाम तक धुंध छाई रही। जिससे कहीं न कहीं यह साफ हो गया था कि एक्यूआई लेवल में बढ़ोत्तरी होगी और ऐसा हुआ भी।
बाक्स
टॉप टेन प्रदूषित शहर
शहर एक्यूआई
कानपुर 455
लखनऊ 441
गाजियाबाद 440
बुलंदशहर 434
बागपत 421
ग्रेटर नोएडा 415
नोएडा 414
पटना 404
मेरठ 403
फरीदाबाद 383
पारे में मामूली गिरावट
शहर के पारे में मामूली गिरावट दर्ज की गई। शहर का अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से .7 डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्यिस पर ठहरा। यह सामान्य से 1.6 डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक, अब दक्षिणी-पूर्वी हवा चल रही है। ऐसे में दिन में मौसम शुष्क रहेगा। सुबह-शाम कोहरा छाया रहेगा।
खराब हवा से फूलने लगी सांस
राजधानी की खराब होती हवा का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। सिविल व बलरामपुर अस्पताल में पिछले दो दिनों में करीब 15 फीसद सांस के रोगी बढ़ गए हैं।
15 फीसद बढ़ गये मरीज
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ। राजीव लोचन ने बताया कि सांस संबंधि समस्या को लेकर जनरल ओपीडी में आम दिनों के मुकाबले इधर करीब 15 फीसद मरीज बढ़े हैं। जिसमें ब्रोंकाइटिस व अस्थमा से पीडि़त मरीजों की संख्या ज्यादा है। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ। एसके नंदा ने बताया कि पिछले दो दिनों में ओपीडी में करीब 10-15 फीसद तक सांस रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। बढ़ता एयर पॉल्यूशन इसका एक बड़ा कारण है।
इसका रखें ध्यान
- सांस के रोगी कम बाहर निकलें
- भीड़-भाड़ वाली जगह जाने से बचें
- ज्यादा तेल वाली खाने का सेवन न करें
- गुनगुना पानी ही पिएं
- ठंडे पानी से न नहाएं