लखनऊ (ब्यूरो)। चिनहट इलाके से एक युवती रहस्यमय हालत से गायब हो गई। पिता ने उसकी तलाश करने के बाद गुमशुदगी दर्ज कराई। 73 दिन बाद न तो उसका कोई सुराग मिला और न ही इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से कोई मदद। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है जबकि बेटी की तलाश में टैक्सी ड्राइवर पिता थानों के चक्कर लगाने के साथ-साथ उसके ऑफिस से घर के बीच के हर रूट की हर रोड की खाक छान रहा है।
ऑफिस जाने को निकली और गायब हो गई
चिनहट के कमता स्थित रघुनंदन कॉलोनी में रहने वाले टैक्सी ड्राइवर की 21 वर्षीय बेटी हजरतगंज स्थित मर्चेंट नेवी के एक कॉल सेंटर में जॉब करती थी। ग्रेजुएशन करने के साथ वह अपनी पढ़ाई का खर्च खुद उठाती थी। परिवार में छोटा भाई, मां व पिता हंसी खुशी रह रहे थे। इसी साल 4 जुलाई को इस परिवार पर तब कहर टूटा जब उनकी बेटी घर लौटकर नहीं आई। वह घर से ऑफिस जाने के लिए निकली थी। वह पब्लिक कन्वेंस से आती-जाती थी, लेकिन उस दिन वह शाम को घर लौट कर नहीं आई। रात भर पिता उसकी तलाश में भटकता रहा।
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से भी नहीं मिली मदद
5 जुलाई को पिता ने चिनहट थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर युवती की तलाश शुरू की। सबसे पहले उसके मोबाइल की लोकेशन ली गई तो मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। लास्ट लोकेशन भी चिनहट इलाके से वहीं की मिली जहां से वह रोज पब्लिक कन्वेंस लेती थी। उस दिन के बाद से न तो मोबाइल चालू हुआ और न ही कोई लोकेशन मिली। इसके अलावा युवती का सोशल मीडिया अकाउंट भी है, जिसे वह हर दिन ऑपरेट करती थी, लेकिन लापता होने के बाद से सोशल मीडिया अकाउंट भी ऑपरेट नहीं हुआ।
मेल फ्रेंड से भी नहीं मिला कोई सुराग
पुलिस ने युवती की तलाश में उसके दोस्तों से संपर्क किया तो पता चला कि उसका एक मेल फ्रेंड है, जिससे वह अक्सर मिलती व बात करती थी। पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की, लेकिन उससे भी युवती का कोई सुराग नहीं मिल सका। पुलिस को युवती के मोबाइल के सीडीआर में कुछ संदिग्ध नंबर मिले, जिसको लेकर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है, लेकिन 73 दिन बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।