लखनऊ (ब्यूरो)। 'हैलो बेटा, मैं तुम्हारे पापा का दोस्त बोल रहा हूं, उन्होंने मुझे आपका मोबाइल नंबर दिया है और कहा है कि मेरे बेटे से कह देना कि 40 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दें। मैं आपको क्यूआर कोड भेज रहा हूं, पैसे इसमें डाल दो', यह सुनने के बाद गुडंबा के रहने वाले आशीष ने कॉल करने वाले शख्स के खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाद में पता चला कि उनके साथ जालसाजी हुई है। यह तो साइबर सेल में दर्ज हुई सिर्फ एक शिकायत है, जबकि आए दिन ऐसे न जाने कितने केस आ रहे हैं। साइबर सेल में अबतक आई शिकायतों में तकरीबन आठ लाख रुपये की ठगी हो चुकी है।

केस-1

आलमनगर के रहने वाले शुभम ने बताया कि उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। ट्रू कॉलर पर पापा के दोस्त का नाम आ रहा था। उसने फोन पर कहा कि उनके पापा को 20 हजार रुपये चाहिए, उनको किस्त जमा करनी है। उसने इस तरह अपनी बातों में फंसाया कि उनको क्यूआर कोड की मदद से 20 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। साइबर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

केस-2

ठाकुरगंज की रहने वाली वैशाली ने साइबर पुलिस को बताया कि उनके पास फोन एक आया। उसने खुद का नाम रंजीत बताया और कहा कि उनके पापा को अर्जेंट 40 हजार रुपये की जरूरत है। अगर उन्हें पैसे नहीं मिले तो वह बड़ी दिक्कत में फंस जाएंगे। थोड़ी देर में पापा आपको कॉल कर रहे हैं ।इसके बाद उन्होंने उस शख्स के खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिए, लेकिन जब बाद में पापा से पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी से फोन नहीं करवाया था।

ये लोग बन रहे सबसे ज्यादा शिकार

साइबर सेल सब इंस्पेक्टर शिशिर ने बताया कि जालसाज आए दिन ठगी के नए-नए तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इन दिनों जालसाजों ने एनिमल मूवी का सहारा लिया है। दरअसल, इस मूवी में पिता-पुत्र के रिश्ते को दिखाया गया है। ऐसे में जालसाज सिर्फ उन्हीं चुनिंदा लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं, जो एनिमल मूवी देखने के बाद सोशल मीडिया पर इसको लेकर अपने इमोशंस शेयर करते हैं। इसके बाद जालसाज इन लोगों को फोन कर उनके पापा से पैसे लेने की बात कहते हैं और फिर उनको अपने झांसे में लेकर रुपये ट्रांसफर करवा लेते हैं। पिछले एक हफ्ते में साइबर सेल में इस तरह के कुल आठ केस सामने आए हैं।

यहां से चल रहा खेल

साइबर पुलिस की जांच में सामने आया कि यह गिरोह राजस्थान, झारखंड के जामताड़ा समेत अन्य जगहों से एक्टिव है। ऐसे में पुलिस इनको पकड़ने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया है। किसी और से इस तरह की ठगी न हो, इसके लिए लोगों को भी अवेयर किया जा रहा है।

साइबर पुलिस ने की अपील

-किसी भी अंजान नंबर से फोन आने पर पहले उसकी पुष्टि कर लें।

-किसी के कहने पर खाते में पैसे न ट्रांसफर करें।

-वाट्सएप पर आए मैसेज पर बिना सोचे समझे उसके झांसे में मत आएं।

- कोई भी कॉल आए और ऐसी बातों को झांसा दें तो पहले अपनों से कंफर्म करें।

-अगर ठगी का शिकार हुए हैं तो फौरन इसकी सूचना साइबर पुलिस को दें।