लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप एक महिला हैं और आपके मोबाइल पर किसी अंजान नंबर से वीडियो कॉल आ रही है, तो जरा अलर्ट हो जाइये, क्योंकि साइबर जालसाज अब सेक्सटॉर्शन में महिलाओं को भी अपना निशाना बना रहे हैं। राजधानी में ऐसा ही एक पहला मामला सामने आया है, जहां युवती को वीडियो कॉल कर एक शख्स नग्न हालत में अश्लील हरकत करने लगा। जैसे ही युवती ने कॉल काटी, उसे बार-बार कॉल कर ब्लैकमेल किया जाने लगा। परेशान होकर युवती ने गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है

सहेली समझकर एक्सेप्ट की रिक्वेस्ट

गोमतीनगर के विनीत खंड निवासी युवती को पिछले काफी समय से रश्मि तिवारी नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट आ रही थी। जिसको युवती ने यह समझ कर एक्सेप्ट कर लिया कि शायद वह उसकी पुरानी सहेली रश्मि है। फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने के बाद उस आईडी से मैसेज और वीडियो कॉल लगातार आने लगी। कोई जवाब न देने पर मैसेज करके उसने कहा कि दीदी आप पहचान नहीं पा रही हैं। वीडियो कॉल रिसीव करें, उसकी बातों में आकर जैसे ही वीडियो कॉल रिसीव की, उधर से एक युवक न्यूड होकर आ गया और अश्लील हरकत शुरू कर दी, जिससे डरकर युवती ने फौरन कॉल डिस्कनेक्ट कर दी। जिसके बाद उसने बार-बार परेशान कर युवती को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, परिजनों को जानकारी देने पर पता चला कि इस नाम से उसकी बड़ी बहन और रिश्तेदारों को भी रिक्वेस्ट आ रही है।

चंगुल पर फंसने पर ब्लैकमेलिंग

साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्रा बताते हैं कि सेक्सटॉर्शन ठगी का एक नया तरीका बनकर उभरा है। जागरूकता की कमी या फिर शर्मिंदगी की वजह से लोग इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं। साइबर अपराधी लोगों की हिचकिचाहट का फायदा उठाकर उन्हें सेक्सटॉर्शन का शिकार बना रहे हैं, फिर लाखों रुपये की ठगी कर रहे हैं। इसके अलावा कई मामलों में साइबर जालसाज पॉर्न साइट विजिट करने या सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी फोटो पब्लिक रखने वालों की तस्वीरों व वीडियो का दुरुपयोग कर सेक्सटॉर्शन करते हैं। बदनामी के डर से लोग शिकायत दर्ज नहीं कराते हैं, जिसका फायदा जालसाज उठाते हैं। साइबर पुलिस में पुरुषों के साथ होने वाले सेक्सटॉर्शन के सैकड़ों शिकायतें आ चुकी हैं, पर अब जालसाज महिलाओं को भी निशाना बन रहे हैं।

इस तरह चलता है खेल

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस काम में एक्टिव कुछ गैंग फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्काइप या किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करके अपने शिकार को फंसाते हैं। पहले वे इंटरनेट पर अपनी नकली पहचान बनाते हैं और फिर खूबसूरत लड़के-लड़कियों को हनी ट्रैप की तरह इस्तेमाल करके अपने शिकार से दोस्ती करवाते हैं। धीरे-धीरे अपने शिकार को वेबकैम के सामने सेक्सुअल ऐक्ट करने, कपड़े बदलने और उतारने को उकसाते हैं। जैसे ही कोई उनको बातों में आकर ये सब करने लगता है। साइबर ठग उनकी वीडियो की स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर लेते हैं और फिर बाद में उन्हें ब्लैकमेल करते हैं और मोटी रकम ऐंठते हैं।

राजस्थान से चल रहा नेटवर्क

साइबर सेल के आंकड़ों के मुताबिक, सेक्सटॉर्शन की आए दिन शिकायतें आती हैं, जहां लोग किसी युवक या युवती के चक्कर में फंसकर लाखों रुपये गवां चुके हैं। अब जालसाज महिलाओं को अपना निशाना बना रहे हैं। जिसकी वजह से साइबर पुलिस अब इस गिरोह को पकड़ने के लिए टीम गठित कर दी है। साइबर सेल पुलिस ने बताया कि इस तरह का गिरोह ज्यादातर राजस्थान के भरतपुर में काम करता है।

इस तरह करें बचाव

-अंजान नंबर से वीडियो कॉल या फिर फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें।

-अगर कॉल उठा भी रहे हैं तो अपना फेस कैमरे के आगे न लाएं।

-अगर आपको कुछ गड़बड़ लगे तो फौरन ही उसे ब्लॉक करें।

-अगर आप जालसाज के चंगुल में फंस गए तो तुरंत सूचना पुलिस को दें।

-जिस प्लेटफॉर्म पर आपको शिकार बनाया गया है, उसको कुछ समय के लिए डिएक्टिवेट कर दें।

-ब्लैकमेल करने वाले की चैटिंग का स्क्रीन शॉट लें।

-ब्लैकमेलर के जरिए दी गई किसी भी जानकारी का पूरा रिकॉर्ड रखें।