लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी समेत प्रदेश में बिना हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट एचएसआरपी के चल रहे वाहनों के खिलाफ परिवहन निगम ने अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी अधिकारी इसमें खानापूर्ति कर रहे हैं। मई माह में आरटीओ द्वारा महज 70 चालान ही काटे गए हैं।

अभियान का बुरा हाल
राजधानी में 1 अप्रैल 2019 से पहले करीब 18 लाख वाहन रजिस्टर्ड हैं। जिसमें करीब 4.5 लाख वाहनों में ही एचएसआरपी प्लेट लगी है। लोग नई नंबर प्लेट बदलवाने में लापरवाही बरत रहे हैं। जबकि, परिवहन मंत्री तक लोगों से एचएसआरपी लगवाने की अपील कर चुके हैं। जिसके बाद अपर परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद द्वारा प्रवर्तन दलों को 21 मई से बिना एचएसआरपी नंबर के वाहनों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था। लेकिन, इसके बावजूद अधिकारी अभियान को लेकर उदासीन हैं।

राजस्व का नुकसान
अप्रैल माह में विभाग द्वारा महज 147 चालान ही काटे गए। जबकि, 1 मई से 22 मई के बीच सिर्फ 70 वाहनों का चालान किया गया। जिससे राजस्व का नुकसान हो रहा है। जबकि, छोटे जनपद जैसे उन्नाव मई माह में 256, सीतापुर 155 और हरदोई 150 चालान काटे जा चुके हैं। यह हाल तब है जब परिवहन आयुक्त तक बगैर एचएसआरपी वाले वाहनों से अपराध होने की आशंका जता चुके हैं।

स्टाफ की भी कमी
अधिकारियों की मानें तो विभाग में अक्सर मीटिंग चलती रहती है। जिसमें अधिकारी व्यस्त रहते हैं। इसके अलावा मैन पॉवर की कमी भी एक बड़ी समस्या है। जिसके चलते अभियान को व्यापक रूप से नहीं चलाया जा पा रहा है।

बिना एचएसआरपी वाहनों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसमें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आ रही है। अभियान आगे भी जारी रहेगा।
-अमित राजन राय, एआरटीओ, प्रवर्तन