लखनऊ (ब्यूरो)। सिविल अस्पताल में जल्द ही माइक्रोबायोलॉजी की सभी जांचों की सुविधा मिलेगी, क्योंकि यहां माइक्रोबायोलॉजिस्ट की तैनाती हो गई है। जल्द ही लैब की भी शुरुआत हो जाएगी, जिसके बाद जांच के लिए सैंपल को केजीएमयू नहीं भेजना पड़ेगा। ऐसे में मरीजों की जल्द जांच से बेहतर इलाज का फायदा मिलेगा। अधिकारियों के मुताबिक, लैब शुरू होने से फंगस और माइक्रो संबंधी सभी जांचें दिसंबर के पहले हफ्ते से शुरू होने की उम्मीद है।

लैब की होगी शुरुआत

सिविल अस्पताल में रोजाना 5 हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं। यहां हजार से अधिक जांचें लिखी जाती हैं, जिसमें बड़ी संख्या में यूरिन कल्चर समेत अन्य माइक्रो जांचें शामिल होती हैं। अभी इन जांचों के लिए सैंपल को मेडिकल कॉलेज भेजा जाता है, जिसकी वजह से रिपोर्ट आने में समय लगता है। पर अब माइक्रो संबंधित सभी जांचें यहीं हो सकेंगी।

डॉक्टर की हुई तैनाती

निदेशक डॉ। नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, अस्पताल में डॉ। संजय कुमार बतौर माइक्रोबायोलॉजिस्ट ज्वाइन कर चुके हैं। इस समय उनकी ट्रेनिंग चल रही है। लैब शुरू होने से यूरिन कल्चर, ब्लड कल्चर, स्पाइनल फ्लूइड, पेट का पानी और सीने का पानी आदि के तमाम जांचें हो सकेंगी। जिससे इलाज की सही और बेहतर दिशा तय की जा सकेगी।

लैब अगले माह होगी शुरू

लैब के लिए अधिकतर उपकरण आ चुके हैं, जिनको लैब में स्थापित किया जा रहा है। अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि दिसबंर के पहले सप्ताह से सभी जांचें शुरू हो जायेंगी। ऐसे में मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। उनको इलाज के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

अस्पताल में माइक्रोबायोलॉजिस्ट की तैनाती हो चुकी है। उम्मीद है कि दिसंबर के पहले सप्ताह से जांचें भी शुरू हो जायेंगी।

-डॉ। नरेंद्र अग्रवाल, निदेशक, सिविल अस्पताल

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लोकबंधु में शुरू होगा डायलिसिस यूनिट

लोकबंधु अस्पताल में जल्द ही डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यहां पर 8 बेड की डायलिसिस यूनिट की शुरुआत होगी। इसके लिए रोटरी क्लब द्वारा सभी उपकरण उपलब्ध कराये जाएंगे। ऐसे में किडनी रोगों से ग्रसित मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने हाल ही में अस्पतालों में डायलिसिस यूनिट शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत लोकबंधु अस्पताल में डायलिसिस के लिए 4-4 बेड के दो यूनिट शुरू किए जाएंगे। मरीजों को दूसरे संस्थान रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनको सभी सुविधाएं एक ही जगह मिल सकेंगी। ऐसे में मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और उनको बड़े संस्थानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। साथ ही लंबी वेटिंग भी कम होगी।

जल्द भेजे जाएंगे ट्रेनिंग पर

एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि डायलिसिस यूनिट के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। केवल उपकरण आने का इंतजार है। वहीं, सीएमओ डॉ। नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि जल्द ही डायलिसिस यूनिट के लिए सभी जरूरी साजों-सामान मिल जाएंगे। जिसके बाद स्टाफ को ट्रेनिंग के लिए भी भेजा जाएगा, जिसके बाद जल्द से जल्द यूनिट को शुरू कर दिया जाएगा।