लखनऊ (ब्यूरो)। बंथरा के भौंकापुर गांव में बुधवार को दिल दहला देने वाली घटना ने सबको झकझोर दिया। सुबह से बिना बताए घर ले लापता बेटे को गुस्से में मां ने पीटा और उसका गला दबा दिया। जिससे 12 साल के बेटे की मौत हो गई। बेटे की हत्या से दहशत में मां ने कुछ देर बाद फांसी लगाकर जान दे दी। महिला ग्राम पंचायत सदस्य भी थी। बंथरा के भौंकापुर गांव में रहने वाली अनीता ग्राम पंचायत सदस्य थी। बुधवार सुबह से उसका बेटा अमितेश घर से बिना बताए चला गया था। कई घंटों तक अनीता और आस पड़ोस के लोग खोजबीन करते रहे। घंटों बाद पता चला कि बेटा गांव के बाहर तालाब में नहा रहा है। गुस्से में अनिता वहां पहुंची। बेटे को तालाब से निकाला उसे खींचकर एक बाग में ले गई। जहां उसे जमकर पीटा। पिटाई से जब बेटे की मौत हो गई तब अनीता ने खुद फांसी लगा ली। कुछ देर बाद स्थानीय लोग ने जब अनीता का शव फंदे पर लटका देखा तो उन्होंने उसके पति मनोज यादव को सूचना दी।

अक्सर गुस्सा करती थी

एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी, इंस्पेक्टर बंथरा और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। मौके से बरामद अनीता का मोबाइल भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। एडीसीपी दक्षिणी शशांक ङ्क्षसह ने बताया कि घटना से संबंधित हर ङ्क्षबदु की जांच की जा रही है। मनोज से पूछताछ में बताया कि पत्नी अनीता कभी कभार गुस्सा बहुत करती थी। मनोज ने बताया कि बेटा कक्षा सात में पढ़ता था। पत्नी ने सुबह खाना बनाया था। खाना खाने के बाद वह रोजाना की तरह काम पर फैक्ट्री चला गया था। घर में दो बेटियां एक 13 साल की संध्या और चार साल की आराध्या है।

पेड़ से लटका था मां का शव, नीचे मृत पड़ा था बेटा

पुलिस के मुताबिक अनीता का शव पेड़ से फंदे पर लटका था, जबकि उसके बेटे का शव नीचे पड़ा था। बेटे के शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। अनीता के पैर बेटे के पेट से छू रहे थे। एसीपी ने बताया कि अमितेश के गले में कसाव के निशान थे। आशंका है कि मारपीट के दौरान अनीता ने दुपट्टे से बेटे का गला कसा, जिससे उसकी मौत हो गई। मौत के बाद अनीता ने भी फांसी लगा ली। हालांकि, मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगी।