लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में कोविड-19 एक बार फिर डराने लगा है। शहर में कोरोना वायरस से साल की पहली मौत हुई है। केरल से लौटी एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी, जिसका इलाज पीजीआई में चल रहा था। इलाज के दौरान मंगलवार तड़के महिला की मौत हो गई। महिला का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू भेजा गया है। फिलहाल राजधानी में कोरोना के 1 एक्टिव केस मौजूद हैं।

केरल से लौटी थी महिला

जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। निशांत निर्वाण के मुताबिक, मोहनलालगंज निवासी 63 वर्षीय महिला परिवार के साथ केरल घूमने गई थी। वहां से लौटने पर उसे समस्या होने पर दिखाया तो जांच में उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद 31 दिसंबर को महिला को इलाज के लिए संजय गांधी पीजीआई में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान मंगलवार तड़के महिला की मौत हो गई। महिला को किडनी की गंभीर समस्या के साथ डायबिटीज, हाइपोथायरिजम के साथ मोटापे की भी समस्या थी। फिलहाल महिला के परिवार में कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं है। महिला का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि कोरोना का कौन सा वैरिएंट है।

29 आरआरटी कर रहीं काम

डॉ। निशांत निर्वाण ने आगे बताया कि फिलहाल कोरोना पूरी तरह से कंट्रोल में है। हालांकि, सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। अभी कहीं बेड रिजर्व नहीं किए गए हैं, पर जरूरत पड़ने पर तत्काल ऐसा कर दिया जाएगा। विभाग की 29 रैपिड रिस्पांस टीमें पूरे जनपद में काम कर रही हैं, जो जरूरत के अनुसार काम कर रही हैं। फिलहाल ऑक्सीजन और बेडों की कोई कमी नहीं है।

जरूरत के अनुसार हो रही जांच

राजधानी के विभिन्न अस्पतालों में इस समय सांस फूलना, बुखार, सर्दी-जुकाम आदि के मरीज लगातार आ रहे हैं, जिनको डॉक्टर लक्षणों के आधार पर कोरोना जांच भी लिख रहे हैं। हालांकि, इनकी संख्या बेहद सीमित है। राजधानी के विभिन्न बड़े अस्पतालों में कोरोना की 10-15 तक ही जांचें की जा रही हैं। फिलहाल राजधानी में कोई कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है।

सावधानी बरतने की जरूरत

केजीएमयू में माइक्रोबायलॉजिस्ट डॉ। शीतल वर्मा के मुताबिक, कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 को डब्ल्यूएचओ द्वारा वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट कहा गया है। फिलहाल वैरिएंट का जोखिम लोगों में कम है। लोगों को इससे डरने या घबराने की जगह सतर्करहने की जरूरत है। खासतौर पर जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, छोटे बच्चे, बुजुर्ग और प्रेग्नेंट महिलाएं आदि विशेष ख्याल रखें।

कोरोना के लक्षण

- बुखार आना

- नाक बहना

- सिरदर्द होना

- डायरिया की समस्या

- सांस लेने में समस्या

ऐसे करें अपना बचाव

- वृद्ध एवं बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचें।

- भीड़भाड़ व अस्पताल आदि जगहों पर मास्क का प्रयोग करें।

- सेनेटाइजर का प्रयोग करें।

- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

- लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

कोरोना फिलहाल कंट्रोल में है। जरूरत पड़ने पर रिजर्व बेडों को तत्काल एक्टिव कर दिया जाएगा। लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए।

-डॉ। मनोज अग्रवाल, सीएमओ