लखनऊ (ब्यूरो)। परिवहन निगम की कोई भी बस सेवा 50 प्रतिशत लोड से कम पर संचालित न हो, इस संबंध में मुख्यालय से पत्र भी जारी किया जा चुका है। पर इसके बावजूद पाया गया है कि क्षेत्रीय स्तर पर उचित समीक्षा न होने के कारण बहुत से क्षेत्रों से कम लोड फैक्टर पर बसें संचालित हो रही हैं। जिसको लेकर अधिकारियों ने रोष जाहिर किया है। इसी को देखते हुए प्रबंध निदेशक परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने सभी नोडल अधिकारियों अपने अधीन प्रत्येक डिपो की दिल्ली को प्रस्थान करने वाली समस्त बसों की समीक्षा कर मुख्यालय को 22 दिसंबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिये हैं।

लोड फैक्टर से कम न हो संचालन

देखा गया है कि दिल्ली से आने वाली अधिकांश बसों का लोड फैक्टर तो बेहतर रह रहा है। पर दिल्ली को प्रस्थान करने वाली बसों का लोड फैक्टर औसत से भी कम है। जिसके चलते विभाग का राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। क्योंकि इसको लेकर कोई सही से मॉनिटरिंग नहीं की जा रही थी। ऐसे में लापरवाही के चलते कम लोड के बावजूद बसों का संचालन किया जा रहा था। इसी को देखते हुए प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने कहा कि रात्रिकालीन सेवाओं में 50 प्रतिशत लोड फैक्टर से कम की स्थिति में बसों का संचालन न हो। सभी नोडल अधिकारी सुनिश्चित करके ही बसों को रवाना करें।

होगी सख्त कार्रवाई

प्रबंध निदेशक के मुताबिक, नवसंचालित सेवाओं को व्यवहारिक बनाने के लिए दो माह की समयावधि तक की छूट प्रदान की गयी है। जिससे कि लोड फैक्टर में वृद्धि सुनिश्चित की जा सके। 50 प्रतिशत से ऊपर लोड फैक्टर पर ही बसों को संचालित करें। इस संबंध में दोषी पाये जाने पर अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही भी की जायेगी।