लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी पुलिस की वर्दी पहनने का सपना देख रहे लाखों अभ्यार्थियों ने दो दिन में सिपाही पद की परीक्षा दी थी। राजधानी पुलिस में इसके लिए शहर के अलग-अलग हिस्सों में 113 परीक्षा सेंटर्स बनाए गए थे। दूसरे दिन यानी 18 फरवरी को कृष्णानगर थाना क्षेत्र के सेंटर में दूसरी पाली की परीक्षा में पुलिस टीम ने सत्य अमन कुमार नाम के अभ्यार्थी के पास से एक चिट बरामद की, जिसमें 150 सवालों के जवाब थे। हैरानी की बात यह रही कि इस चिट के सभी जवाब प्रश्नों से मैच हो गए। ऐसे में, दावा किया गया है कि यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती का सुनियोजित तरीके से पेपर लीक किया गया है। इसको लेकर कृष्णानगर थाने में एफआईआर दर्ज हुई है।

पेपर से 2 घंटे पहले भेजे आंसर

कृष्णानगर थाने में इंस्पेक्टर राम बाबू सिंह ने एफआईआर दर्ज कराते हुए कहा कि 18 फरवरी को क्षेत्र के सिटी मॉडर्न एकेडमी, अलीनगर सेंटर पर पुलिस भर्ती परीक्षा हो रही थी। परीक्षा की दूसरी पाली में सेंटर पर जूनियर इंजीनियर सिंचाई विभाग स्टेटिक मजिस्ट्रेट अंबरीश कुमार वर्मा, जूनियर इंजीनियर पीडब्ल्यूडी, स्टेटिक मजिस्ट्रेट सौरभ यादव समेत अन्य की ड्यूटी थी। शाम करीब पौने पांच बजे कमरा नंबर-24 निरीक्षक विश्नाथ सिंह और वंदना कनौजिया ने सूचना दी कि परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार पर्ची से नकल कर ओएमआर सीट भर रहा है। सूचना पर परीक्षार्थी की तलाशी ली गई तो उसके पास से पर्ची मिली। सख्ती से पूछताछ में उसने बताया कि 12 बजे के आसपास ही उसके एक जानकार नीरज ने उत्तर उसके वाट्सएप पर भेजे थे, जिसे एक पर्ची पर लिख कर वह उससे नकल कर रहा था।

सुनियोजित तरीके से लीक हुआ पेपर

एफआईआर के मुताबिक, जब एग्जाम सेंटर के स्ट्रांग रूम में रखे अभ्यर्थी के मोबाइल को चेक किया गया तो उसके वाट्सएप पर 12 बजकर 56 मिनट पर नीरज के नंबर से हाथ से लिखे गए उत्तर भेजे गए थे। जब इसका मिलान सेंटर पर बंटे प्रश्न पत्र से मिलान कराया गया तो सभी यह देख कर हैरान हो गए कि वाट्सएप पर भेजे गए सभी प्रश्न, उत्तर से मिलान हो रहा है। यह आंसर प्रश्न पत्र की संख्या से तो अलग-अलग थे, लेकिन सभी प्रश्न उत्तर से मिल रहे थे।

अभ्यार्थियों ने उठाए थे सवाल

17 फरवरी को दूसरी पाली की परीक्षा खत्म होते ही सोशल मीडिया पर कई अभ्यर्थी और टीचर दावा करने लगे कि दूसरी पाली का पेपर लीक हो गया है। इसे लेकर कई स्क्रीनशॉट भी शेयर किए गए। पुलिस के आला अधिकारियों ने सफाई दी थी कि पेपर लीक के दावे फर्जी हैं। अभ्यर्थी ऐसी किसी भी गलत सूचना पर ध्यान न दें। उसके दूसरे ही दिन 18 फरवरी को एक बार फिर दूसरी पाली की परीक्षा से पहले ही एक और उत्तर पुस्तिका वायरल हुई, जो दूसरी पाली की परीक्षा पेपर के प्रश्नों के उत्तर थे।

यहां-यहां से आए थे अभ्यर्थी

पुलिस भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी को आयोजित की गई थी, जिसमें करीब 48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। यूपी पुलिस इतिहास की सबसे बड़ी भर्ती के लिए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए थे। पुलिसिंग के साथ ही सीसीटीवी, ड्रोन कैमरों, जैमर और बायोमैट्रिक का इस्तेमाल कर फर्जी अभ्यर्थियों, पेपर लीक और सॉल्वर गैंग पर नजर रखी गई। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने खुद कई सेंटर पर पहुंचकर जांच की थी।

यूपी समेत कई राज्यों से आए लोग

इस परीक्षा में प्रदेश के सभी जिलों के आलावा मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, हरियाणा और झारखंड के परीक्षार्थी सम्मिलित हुए।

244 लोगों की हुई थी गिरफ्तारी

मऊ, कौशांबी, झांसी, गाजीपुर, बलिया, वाराणसी, आगरा, एटा, हाथरस, फिरोजाबाद, कानपुर, देवरिया, जौनपुर, आजमगढ़, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, मुरादाबाद, अलीगढ़, मिर्जापुर, बलिया, चित्रकूट, बलरामपुर, फिरोजाबाद, अमरोहा, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, मैनपुरी, फतेहगढ़, हाथरस, गाजीपुर और बिजनौर से कुल 244 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी।

इंस्पेक्टर की शिकायत पर अलग-अलग धाराओं में एफआईआर की गई है। अबतक की जांच में पेपर लीक वाली बात सामने नहीं आई है। मामले की विवेचना की जा रही है।

तेज स्वरूप, पुलिस उपायुक्त, दक्षिणी जोन

पुलिस भर्ती रद्द कराने को लेकर नारेबाजी, पुलिस से धक्का-मुक्की

पुलिस और शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा। पुलिस भर्ती को लेकर ईको गार्डन में 10 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी जुट गए। इस दौरान गुस्साए छात्रों ने नारेबाजी की। एक युवक टंकी पर भी चढ़ गया और परीक्षा दोबारा कराने की मांग करने लगा। पुलिस ने उसे उतारने की बहुत कोशिश की, लेकिन युवक नहीं उतरा। वहीं, अन्य लोगों ने पोस्टर पर स्लोगन लिखकर रोष व्यक्त किया। बवाल बढ़ता देख पुलिस अलर्ट हो गई और इको गार्डन के पास पीएसी तैनाती कर दी गई।

17 और 18 को हुई थी परीक्षा

पुलिस भर्ती को लेकर शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे से ईको गार्डन में 10 हजार से अधिक अभ्यर्थी जुटे रहे। इस प्रदर्शन में महिला अभ्यर्थी भी बड़ी संख्या में शामिल रहीं। ईको गार्डन आए छात्रों का कहना था कि हम यहां से तभी जाएंगे जब सरकार परीक्षा कैंसिल करेगी। आए दिन पेपर लीक होता है, जिसका खामियाजा हम लोगों को भुगतना पड़ता है। परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो चुका था, जो लोग काबिल नहीं हैं, अब वे सलेक्ट होकर आएंगे।

48 लाख आवेदन आए थे

प्रदर्शन कर रहे पंकज ने बताया कि कई अभ्यर्थियों के पास एक दिन पहले ही पेपर पहुंच गए थे। हमारी मेहनत पर पानी फिर गया है। बता दें कि यूपी के 75 जिलों में पुलिस भर्ती परीक्षा 17 और 18 को हुई थी। 60,244 पदों पर होने वाली सीधी भर्ती के लिए 48 लाख से अधिक युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था। लखनऊ के अलग-अलग हिस्सों में 113 सेंटर्स पर दो दिनों में 4 शिफ्ट में एग्जाम हुए थे।