लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में आए दिन आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं। कई बार फायर ब्रिगेड के देरी से पहुंचने पर आग विकराल रूप ले लेती है, जिससे काफी नुकसान होता है। ऐसे में अब इस तरह की घटनाओं से बचने और आग पर जल्द से जल्द काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड ने नया ब्लूप्रिंट बनाया है। इसके तहत अब शहर में पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) की तर्ज पर फायर ब्रिगेड में क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) शामिल होने जा रही है। संभावना है कि अगले महीने तक क्यूआरटी की गाड़ी फायर ब्रिगेड में शामिल हो जाएगी।

ऐसे काम करेगा सिस्टम

फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने बताया कि क्यूआरटी गाड़ी ठीक उसी तरह काम करेगी, जैसे डायल-112 की पीआरवी काम करती है, क्योंकि शहर के विभिन्न जगहों पर पीआरवी अक्सर दिख जाती है, यही वजह है कि वह फौरन मौके पर पहुंच जाती है। जबकि फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों को घटनास्थल पर जाने में समय लगता है। जिसे देखते हुए ही क्यूआरटी को फायर ब्रिगेड की टीम में शामिल किया जा रहा है। फायर ब्रिगेड में शामिल होने पर इसे शहर के उन जगहों पर लगाया जाएगा, जहां पर सबसे ज्यादा आग लगने की आंशका रहती है या फिर जहां संकरी गलियांं हैं।

5 मिनट का रहेगा रिस्पांस टाइम

अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों का रिस्पांस टाइम औसतन 9 से 10 मिनट का है, लेकिन क्यूआरटी के आने के बाद से इसे घटाया जाएगा। कोशिश की जा रही है कि इसकी टाइमिंग को 5 से 6 मिनट तक किया जाए। इससे ये फायदा होगा कि जो भी कंट्रोल रूम पर आग की सूचना मिलेगी, उस घटनास्थल पर सबसे पहले क्यूआरटी गाड़ी पहुंच जाएगी। बता दें कि ऐसा पहली बार होगा जब फायर ब्रिगेड को इस तरह का इक्यूप्मेंट मिलेगा। बता दें कि यह व्यवस्था पूरे प्रदेश के लिए लागू हो रही है, इसमें सभी जिलों को क्यूआरटी मिलेगी। वहीं, अगर राजधानी की बात की जाए तो शुरुआती दौर में चार क्यूआरटी के शामिल होने की संभावना है।

इन जगहों पर सबसे ज्यादा घटनाएं

अक्सर देखा गया है कि आग सबसे ज्यादा शॉपिंग मॉल, कबाड़मंडी, हॉस्पिटल, मार्केट, दुकान या फिर अन्य जगहों पर लगती है। कहा जा रहा है कि इन गाडिय़ों को शॉपिंग मॉल, हॉस्पिटल समेत अन्य जगहों पर तैनात किया जाएगा। इसके अलावा, समय-समय पर ये गाडिय़ां गश्त भी करेंगी, ताकि कंट्रोल रूम पर कॉल आने पर ये गाडिय़ां मौके पर तुंरत पहुंच सकें।

विभाग में क्यूआरटी के शामिल होने पर काफी राहत मिलेगी। कई बार घटनास्थल पर दमकल गाडिय़ों के लेट पहुंचने की शिकायतें मिलती थीं। यह शिकायत जल्द दूर होने वाली है।

मंगेश कुमार, चीफ फायर ऑफिसर