लखनऊ (ब्यूरो)। ग्रीन कॉरीडोर का पहला फेज पूरा हो चुका है और अब पब्लिक इसका इस्तेमाल कर सकेगी। वहीं दूसरी तरफ, कुछ वक्त बाद आईआईएम से सीधे किसान पथ तक भी पहुंचा जा सकेगा। दरअसल, ग्रीन कॉरीडोर के तीन अन्य फेज का भी शिलान्यास किया गया है। इनके पूरा होने के बाद शहर के एक हिस्से की दूसरे हिस्से से सीधी कनेक्टिविटी हो सकेगी और जाम की समस्या भी खासी कम हो जाएगी।

ग्रीन कॉरीडोर का पहला फेज

एलडीए की ओर से तैयार ग्रीन कॉरीडोर का पहला फेज आईआईएम से पक्का पुल तक का है। इसका काम पूरा हो गया है और सोमवार को इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण भी कर दिया गया। 6.8 किमी लंबे इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से अब पब्लिक आईआईएम से सीधे पक्का पुल पहुंच सकेगी और जाम की समस्या का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।

प्रोजेक्ट के अन्य फेज

1-पक्का पुल से 1090 चौराहा कनेक्टिविटी- ग्रीन कॉरीडोर के दूसरे फेज में पक्का पुल से 1090 चौराहा को कनेक्ट किया जाना है। एलडीए की ओर से इस प्लान में आंशिक संशोधन किया गया है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत ही हनुमान सेतु के पास फ्लाईओवर बनाया जाना शामिल है और इस दिशा में काम भी शुरू हो गया है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद पक्का पुल से सीधे 1090 चौराहा वाया गोमती बंधा होते हुए आया जा सकेगा।

2-1090 चौराहा से शहीद पथ-इसके बाद ग्रीन कॉरीडोर के अन्य फेज में 1090 चौराहे से शहीद पथ को सीधे कनेक्ट किया जाना है। यह प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद आईआईएम से सीधे पक्का पुल, 1090 चौराहा होते हुए शहीद पथ पर पहुंचा जा सकेगा।

3-शहीद पथ से किसान पथ-ग्रीन कॉरीडोर के अंतिम फेज में शहीद पथ को किसान पथ से जोड़ा जाना है। जब ये चारों फेज शुरू हो जाएंगे तो साफ है कि आईआईएम से किसान पथ 40 से 45 मिनट में पहुंचा जा सकेगा।

एक्यूआई लेवल रहेगा कंट्रोल में

एलडीए की ओर से जब ग्रीन कॉरीडोर प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी तो पहले फेज और दूसरे फेज को लेकर एक्यूआई बेस्ड सर्वे भी कराया गया था। जिसमें यह स्पष्ट हो गया था कि इस प्रोजेक्ट का एयर क्वालिटी पर पॉजिटिव असर देखने को मिलेगा। अभी इस रूट पर एक्यूआई लेवल बहुत हाई रहा है।