लखनऊ (ब्यूरो)। जिंदगी में आपके बहुत से रिश्ते होंगे लेकिन बेस्ट फ्रेंड का रिश्ता ऐसा होता है जिसमें कोई स्वार्थ नहीं होता है। ये रिश्ता किसी शर्तों पर नहीं चलता है। लोगों के दोस्त तो बहुत होंगे लेकिन बेस्ट फ्रेंड सिर्फ एक ही होता है जिसके साथ आप कोई भी बात बिना किसी संकोच के शेयर करते हैैं। ये जरूरी नहीं है कि बेस्ट फ्रेंड आपकी ही उम्र का हो। ये भी जरूरी नहीं है कि उनका आपसे कोई और रिश्ता नहीं हो सकता। वह आपका बचपन का दोस्त हो सकता है, आपके माता-पिता हो सकते हैैं या फिर आपका पालतू जानवर भी हो सकता है। ऐसी ही कुछ अनोखी कहानियां बताती हैैं कि बेस्ट फ्रेंड का रिश्ता क्यों अनोखा होता है

पेट डॉग नहीं बेस्ट फ्रेंड है

अगर कोई मुझसे पूछे कि मेरा खास दोस्त कौन है तो मैैं कहूंगी मेरी खास दोस्त सूफी है। वह कोई इंसान नहीं बल्कि मेरी पेट डॉग है। वह काफी समय से मेरे साथ है। एक बार मेरी तबियत बहुत खराब हो गई थी। सूफी सारा दिन मेरे बगल में बैठी रहती थी, जैसे कि उसे पता हो कि मेरी तबियत खराब है। इतना ही नहीं, मैैं हर साल सूफी का जन्मदिन मनाती हूं। जब मैैं उदास होती हूं तो उसे पता नहीं कैसे पता चल जाता है। वह मेरी गोदी में आकर बैठ जाती है। मैैं उससे बात करके अपना मन हल्का कर लेती हूं। वह इंसानों की तरह बोल नहीं सकती लेकिन सब समझती है।

-रिया

रहने की जगह बदली लेकिन दोस्ती नहीं

मैं और मेरी बेस्ट फ्रेंड क्लास 1 से दोस्त हैैं और आज इस दोस्ती को 55 साल हो गए हैैं। मेरी दोस्त रविंदर और मैैं साथ में स्कूल जाते थे और हर काम साथ ही किया करते थे, चाहे पढ़ाई हो या शरारत। हम 12वीं तक गर्ल्स स्कूल में साथ में पढ़े। जब रविंदर के पापा ने को-एड कॉलेज में जाने के लिए मना कर दिया तब मैंने उसके पापा को मनाया और हम कॉलेज में भी साथ में पढ़े। उसके पापा उसे मेकअप नहीं करने देते थे तो वह कॉलेज जाने से पहले मेरे घर आती थी। वहां वह मेकअप करती थी फिर हम कॉलेज जाते थे। लौट के वह पहले मेकअप हटाती थी फिर घर जाती थी। अब वह लुधियाना में रहती है, फिर भी हम गहरे दोस्त हैैं। आज भी वह मेरी बेस्ट फ्रेंड है।

- बरखा

मेरी मां ही मेरी बेस्ट फ्रेंड

कई लोग स्कूल और कॉलेज में बेस्ट फ्रेंड बनाते हैैं लेकिन मेरी बेस्ट फ्रेंड मेरी मम्मी हैैं। हम दोनों को ही मेकअप करने का, अलग-अलग तरह से बाल बनाने और सजने सवरने का बहुत शौक है। हम दोनों हमेशा ये सब साथ मिलकर किया करते थे। वह मेरी ऐसी दोस्त हैैं जिनके साथ मैैं कुछ भी शेयर कर सकती हूं। स्कूल तक तो ठीक था लेकिन एक वक्त आया जब मुझे आगे की पढ़ाई के लिए लखनऊ के बाहर जाना पड़ा। उसके बाद उन्होंने अपना ये शौक छोड़ दिया। वह अब ये सब तभी करती हैैं जब मैैं छुट्टिïयों में घर आती हूं। ऐसी दोस्त मुझे कहीं नहीं मिल सकती।

- शिवानी

एक ही दिन पैदा हुए ये बेस्ट फ्रेंड

मैैं और मेरी दोस्त प्रीती एक ही दिन और एक ही साल में पैदा हुए थे, मानो भगवान ने ऊपर से ही हमें दोस्त बनाकर भेजा हो। हम बचपन से ही बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे। हमने साथ मिलकर इतनी शरारतें की हैैं कि कोई सोच भी नहीं सकता। मेरी फैमिली लाइफ उतनी अच्छी नहीं थी लेकिन मेरी बेस्ट फ्रेंड मेरे साथ थी तो उतनी परेशानी नहीं होती थी। हम दोनों कई बार स्कूल भी बंक करते थे। ऐसी दोस्त फिर दोबारा नहीं मिली। वह अब मुंबई में रहती है लेकिन आज भी हम पुरानी यादें ताजा करके हंसते हैैं।

- गीता

प्री नर्सरी से चली आ रही ये दोस्ती

पांच साल पहले नेशनल बेस्ट फ्रेंड डे के दिन हम दोस्तों ने फैसला किया कि हम बेस्ट फ्रेंड्स, जो प्री नर्सरी से एक-दूसरे के टच में हैं, फिर से मिलते हैैं। तब से लेकर अभी तक हम लोग हर साल एक दिन मिलते हैैं। इस ग्रुप में ज्यादातर लोग देश की अलग-अलग जगहों पर रहते हैैं लेकिन इस दिन वे सब अपने काम से समय निकाल कर एक जगह मिलते हैैं। कोई दिल्ली से आता है तो कोई मुंबई से। सबकी अपनी अपनी लाइफ है लेकिन इस दिन सभी मिलते हैैं। ऐसे दोस्त मुझे दोबारा नहीं मिलेंगे।

- डॉ। भावना जैन