लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आपके घर में डॉग पला हुआ है और वह लगातार हांफ रहा है या ज्यादा लार गिर रही है तो सावधान हो जाएं। ये लक्षण यह बताने के लिए काफी हैं कि आपका पेट डॉग भी भीषण गर्मी की चपेट में आ चुका है। आप तुरंत उसे वेटरिनेरियन के पास ले जाएं और उसका इलाज कराएं वरना आपके पेट डॉग की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है।

बिहेवियर हो रहा आक्रामक

इस समय भीषण गर्मी की वजह से पेट डॉग्स के बिहेवियर में खासा चेंज देखने को मिल रहा है। कई बार डॉग अचानक से बिल्कुल शांत हो जा रहा है तो कई बार बहुत ज्यादा हिंसक। इस बिहेवियर चेंज की वजह डॉग पर पड़ा गर्मी का असर है।

घर के अंदर भी खतरा बरकरार

भले ही आपका पेट डॉग घर से बाहर न निकलता हो लेकिन उसके गर्मी की चपेट में आने का खतरा बरकरार है। नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डॉ। अभिनव वर्मा की माने तो उनके पास कई लोगों के फोन आ रहे हैैं और उनकी ओर से पेट डॉग्स के बिहेवियर चेंज को लेकर बात बताई जा रही है। ऐसे में साफ है कि घर के अंदर भी डॉग्स भीषण गर्मी की चपेट में आ रहे हैैं।

इस तरह पहचानें

आपका पेट डॉग गर्मी की चपेट में आया है कि नहीं, आप इस तरह से पहचान सकते हैैं

1-डॉग का अचानक शांत या हिंसक होना

2-लार अधिक टपकाना

3-सांस लेने में तकलीफ

4-प्रॉपर भोजन न करना

5-उल्टी जैसी दिक्कत

ये डॉग पले हैैं घरों में

3525 विदेशी बड़ी ब्रीड

2560 विदेशी छोटी ब्रीड

1760 देसी ब्रीड

लाइसेंस एक नजर में

450 कुल लाइसेंस बने

257 रॉट विलर के

60 पिटबुल के

12 डोगो अर्जेनटीनो के

07 अमेरिकन बुलडॉग

कैट को लेकर भी रहें अलर्ट

कई घरों में बिल्लियां भी पाली जाती हैं। उनके बिहेवियर में भी इस समय चेंज देखने को मिल रहा है। इसकी वजह यह है कि डॉग्स की तरह ही बिल्लियों पर भी गर्मी का असर देखने को मिल रहा है। जो एहतियात डॉग्स को लेकर बरती जानी है, वही कदम बिल्लियों के लिए भी उठाएं जाने चाहिए। कई बार लोग एनिमल्स को होने वाली समस्या को नजरअंदाज कर देते हैैं, जो बेहद खतरनाक है।

इस तरह बरतें सावधानी

1-डॉग्स या बिल्ली को ठंडे स्थान पर रखें

2-धूप में टहलाने के लिए बाहर न निकालें

3-डाइट में लिक्विड का ज्यादा प्रयोग करें

4-बिहेवियर पर नजर रखें

5-प्रॉब्लम होने पर तुरंत वेटरिनेरियन से संपर्क करें

बढ़ती गर्मी में जैसे इंसान परेशान हैं, ठीक उसी तरह पेट एनिमल्स पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। अगर पेट एनिमल के बिहेवियर में कोई चेंज आए या वे खाना-पीना छोड़ दें तो पेट ओनर को अलर्ट हो जाना चाहिए, तुरंत उसका ट्रीटमेंट शुरू कराएं।

डॉ। अभिनव वर्मा, पशु कल्याण अधिकारी, नगर निगम