लखनऊ (ब्यूरो)। आजकल की बिगड़ी लाइफस्टाइल के कारण महिलाओं को काफी हेल्थ इश्यू का सामना करना पड़ता है। पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बिजी रहने के चलते वह इस ओर खास ध्यान नहीं दे पाती हैं। 18 से 30 साल की महिलाओं में खासतौर पर ऐसी समस्याएं अधिक देखी जा रही हैं। ऐसे में, इंटरनेशनल वीमेंस डे के मद्देनजर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की 'शी द पावरÓ सीरीज के जरिए हमने कुछ डॉक्टर्स से बात की, जिनका कहना था कि महिलाओं को सेहतमंद रहने के लिए खुद से पांच वादे करने चाहिए। आइए जानते हैं इन वादों के बारे मेें

पहला वादा

हीमोग्लोबिन चेक करवाएं

केजीएमयू के आब्स एंड गाएनी विभाग व क्वीन मेरी की एचओडी प्रो। एसपी जैसवार बताती हैं कि अगर लड़कियां और महिलाएं खासतौर पर 18-30 वर्ष के बीच वाली, खुद की हेल्थ का ज्यादा ध्यान नहीं रख पाती हैं, जिसके कारण उन्हें आगे चलकर कई परेशानियां होती हैं। सबसे पहले तो उन्हें समय-समय पर अपना हीमोग्लोबिन चेक करवाते रहना चाहिए। एक हेल्दी महिला का हीमोग्लोबिन लेवल 11.5 ग्राम होना चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान इसे जरूर चेक करवाएं। इससे एनेमिक होने का पता चलता है।

दूसरा वादा

गर्भ निरोधक के बारे में जागरूक हों

महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों और अन्य चीजों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। कई बार महिलाएं इसे नहीं लेती हैं और बाद में अर्बाशन करवाने आती हैं, जिससे उनको काफी हेल्थ इश्यू होते हैं। अपने डॉक्टर से इसके बारे में पूरी जानकारी करनी चाहिए।

तीसरा वादा

फैमिली प्लानिंग का रखें ध्यान

अगर आपके बच्चे हैं, तो फैमिली मेंबर्स की संख्या को लिमिट में रखें। 'बच्चे दो ही अच्छेÓ कान्सेप्ट को अपनाना चाहिए, ताकि आप खुद को और अपने बच्चों को समय दे सकें। इसके अलावा, दो बच्चों के बीच में दो-तीन साल का अंतर जरूर रखें, ताकि आपको हेल्थ संबंधी कोई समस्या न हो। ऑपरेशन के बजाए नॉर्मल डिलीवरी की तरफ जाना चाहिए।

चौथा वादा

पर्सनल हायजीन बेहद जरूरी

आजकल अधिकतर महिलाएं कामकाजी हैं, जो घंटों बाहर रहकर काम करती हैं। ऐसे में, उनका पर्सनल हायजीन पर फोकस करना बेहद जरूरी है। खासतौर पर मेंस्ट्रुनल हायजीन पर विशेष फोकस होना चाहिए। ऐसा नहीं करने से पीआईडी होने की आशंका बढ़ जाती है। प्राइवेट पार्ट्स की सही से सफाई बेहद जरूरी है। इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

पांचवा वादा

आपकी डायट हेल्दी हो

आजकल महिलाओं में खून की कमी ज्यादा देखने को मिलती है। ऐसे में, ख्याल रखें कि हेल्दी डायट लें। खाने में खासतौर पर आयरन व कैल्शियम को शामिल करें, ताकि एनेमिक होने का खतरा कम से कम हो। अगर आपकी बेटी है और उसकी उम्र 9-14 वर्ष के बीच है, तो उसको सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए वैक्सीनेशन जरूर करवाएं।

महिलाओं को हीमोग्लोबिन, पर्सनल हायजीन, हेल्दी डायट आदि पर फोकस करना चाहिए, ताकि वे हेल्दी रह सकें और आगे चलकर उनको कोई हेल्थ रिलेटेड इश्यूज न हों।

-प्रो। एसपी जैसवार, हेड, क्वीन मेरी हॉस्पिटल