लखनऊ (ब्यूरो)। किडनी में ट्यूमर के मामले बीते 10 वर्ष में करीब चार गुना बढ़ गये हैं। इसकी वजह मोटापा, धूम्रपान व आनुवंशिक हो सकती है। शुरुआत में इसका पता उन्हीं लोगों में चल पाता है, जो लोग अल्ट्रासाउंड कराते हैं। बाकी लोगों में बीमारी बढ़ने पर ही इसकी जानकारी मिल पाती है। यह जानकारी शनिवार को पीजीआई के यूरोलॉजी विभाग के डॉ। उदय प्रताप सिंह द्वारा 400 किडनी ट्रांसप्लांट पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दी।

बिना नुकसान निकाल सकते हैं ट्यूमर

डॉ। सिंह ने आगे बताया कि किडनी में ट्यूमर होने पर घबराएं नहीं, बल्कि यूरोलॉजिस्ट को दिखाएं। ऑपरेशन से उपचार संभव है। इसमें बिना किडनी को कोई नुकसान पहुंचे ट्यूमर को निकाला जा सकता है। वहीं, विभाग के हेड डॉ। अनीस अंसारी ने बताया कि इस ऑपरेशन के बाद एक फीसदी से कम मरीजों में दोबारा कैंसर की आशंका होती है। जबकि विदेशों में यह चार फीसदी से अधिक देखा गया है। वहीं, नेफ्रोलॉजी विभाग के हेड प्रो। नारायण प्रसाद और रेडियोथेरेपी विभाग के डॉ। नीरज रस्तोगी बताया कि ऑपरेशन के बाद भी मरीजों को लगातार डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिये, ताकि किसी तरह की समस्या होने पर तत्काल उसक इलाज किया जा सके।

साफ-सफाई से ही संक्रमण को दे सकते हैं मात

हाथों की अच्छे से सफाई कर अस्पतालों में भर्ती मरीजों में संक्रमण को रोका जा सकता है। आईसीयू में भर्ती तीन मरीजों में से एक में डायरिया, पांच में से एक में सामान्य सर्दी समेत कई तरह के संक्रमण होने का खतरा रहता है। इसके अलावा मरीजों में संक्रमण से बचाने के लिए हेल्थ वर्कर और तीमारदारों को भी साफ -सफाई पर ध्यान देना चाहिये। जिससे मरीज जल्द से जल्द अस्पताल से डिस्चार्ज हो सकता है। यह जानकारी शनिवार को संजय गांधी पीजीआई के निदेशक डॉ। आरके धीमान ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग के 36वें स्थापना दिवस और विश्व हाथ स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम के दौरान दी।

नियमों का सख्ती से करें पालन

कार्यक्रम के दौरान डीन डॉ। शालीन कुमार ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी एक मरीज को देखने के बाद हाथों की सफाई करने के बाद ही दूसरे मरीज को छुएं और ग्लव्स भी बदलने चाहिए। इसका सख्ती से पालन कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ। रूंगमेई एसके मराक के निर्देशन में विभाग के पीजी छात्रों और रेजिडेंट डॉक्टरों ने हाथ स्वच्छता दिवस पर आधारित लघु नाटिका और नृत्य प्रस्तुत किया गया। रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई।