लखनऊ (ब्यूरो)। सरोजनीनगर में सब इंस्पेक्टर व सिपाहियों के एक बुजुर्ग से साढ़े पांच लाख रुपये की ठगी के आरोप की जांच के बाद पुलिस ने मामले पर चौंकाने वाला खुलासा किया है। दरअसल, जिस बुजुर्ग ने सब इंस्पेक्टर व दो सिपाहियों पर साढ़े पांच लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया था, उसके साथ ठगी हुई ही नहीं थी बल्कि उसने ही यह पूरी काल्पनिक कहानी तैयार की थी। उस बुजुर्ग ने एविएटर गेम में 18 लाख रुपये गंवाने के बाद यह कहानी रची थी ताकि वह लोगों से लिए उधार पैसे देने से बच जाए।

साढ़े पांच लाख की ठगी का आरोप लगाया

आरोप था कि मूलरूप से बांदा के आवास विकास कॉलोनी सिविल लाइंस निवासी अरविंद सिंह गौतम 20 अगस्त को बांदा से पीजीआई अस्पताल लखनऊ जा रहे थे। रात करीब 9.45 बजे ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन के पास अमित सिंह नामक सब इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों ने उन्हें चेकिंग के दौरान रोका। उनकी वैगनआर कार संख्या यूपी 90 डब्लू 3330 को रोककर तलाशी ली और कार की डिग्गी में रखे पांच लाख पचास हजार रुपये निकाल लिए गए। दारोगा ने उनसे कहा कि रुपये थाने में जमा करके आता हूं, उन्हें सिपाहियों की देखरेख में छोड़कर वहां से चले गये। उसके बाद दोनों सिपाही थाना कृष्णानगर के पास उन्हें छोड़कर फरार हो गये।

वारदात के दिन लोकेशन बांदा में थी

अपने साथ हुई साढ़े पांच लाख की ठगी की शिकायत अरविंद ने सरोजनीनगर पुलिस से की। उन्होंने घटना के बाबत एक तहरीर भी दी थी। वर्दीधारी दारोगा व सिपाहियों पर ठगी का आरोप लगाने पर सरोजनीनगर पुलिस भी सक्रिय हो गई। तहरीर लेकर मामले की जांच पड़ताल शुरू की गई। जिस दारोगा अमित सिंह पर अरविंद ने आरोप लगाया था, उस नाम से न तो सरोजनीनगर और न कृष्णा नगर थाने में कोई तैनात है। इसके बाद सरोजनीनगर पुलिस ने उनके बताए गए घटनास्थल के आसपास स्थानीय लोगों, दुकानदारों से भी पूछताछ की। रोड पर लगे सीसीटीवी व अरविंद के मोबाइल की घटना के दिन की लोकेशन टाइमलाइन व अन्य तकनीकी जांच की गई गई। जांच में सामने आया कि 20 अगस्त अरविंद सिंह लखनऊ नहीं आया था और न ही उसके साथ घटना हुई थी। घटना के दिन उसकी लोकेशन बांदा ही थी।

एविएटर गेम में हारे से 18 लाख रुपये

सर्विलांस व सीसीटीवी फुटेज के अलावा इलेक्ट्रानिक्स एविडेंस से जब यह साफ हो गया कि अरविंद ने अपने साथ हुई वारदात की फर्जी कहानी रची है, तो पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की। गहन पूछताछ में उसने बताया कि वह एविएटर गेम खेलता है, जिसमें वह पिछले तीन महीनों में करीब 17-18 लाख रुपये हार चुका है। यह गेम एक जुए की तरह है, इसमें जितना पैसा लगाओ, उसका दो गुना मिलता है और हार भी उसी हिसाब से होती है। वह अपने दोस्तों व रिश्तेदारों के अलावा अपनी पत्नी से भी कई लाख रुपया लेकर इस गेम में हार चुका था। अभी कुछ दिन पहले अपनी रिश्ते की बहन गुड़िया से भी उसने तीन लाख रुपये उधार लिये थे और उन्हें भी इस गेम में हार गया। सभी लोग उससे रुपयों का तकादा कर रहे थे। तकादे से बचने के लिए उसने यह फर्जी ठगी की कहानी रची थी। मामले का खुलासा होने पर सरोजनीनगर पुलिस ने फर्जी मुकदमा दर्ज कराने, पुलिस की छवि बिगाड़ने समेत कई गंभीर धाराओं में अरविंद सिंह गौतम के खिलाफ केस दर्ज कर उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।