लखनऊ (ब्यूरो)। पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन के साथ पुलिस व स्पेशल टॉस्क फोर्स भी मुस्तैद है। भर्ती परीक्षा में नकलविहीन व पेपर लीक की हर संभावना पर पूरी तरह से शिकंजा कसा गया है। हालांकि पेपर लीक के नाम पर फर्जीवाड़ा भी सामने आया है। 24 घंटे पहले एसटीएफ ने गाजीपुर इलाके से एक युवक को गिरफ्तार किया था। संडे को एसटीएफ की बनारस यूनिट में इस तरह के मामले में बनारस से भी एक युवक को गिरफ्तार किया है। यह भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पुलिस भर्ती का फर्जी पेपर बेच रहा था। हालांकि पुलिस अब तक उनके मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच सकी है। एसटीएफ की टीम इस गैैंग के जुड़े मास्टरमाइंड अभय श्रीवास्तव की तलाश कर रही है।

युवकों को फंसा रहे जाल में
पुलिस भर्ती परीक्षा के फर्जी पेपर लीक मामले में एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि गैैंग का मास्टरमाइंड बेरोजगार युवकों को पैसा कमाने का लालच देकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फर्जी आईडी के जरिए चैनल बनाकर फर्जी पेपर बेच रहा है। गाजीपुर के पॉलीटेक्निक चौराहे से पकड़े गए अनिरुद्र मोदनवाल से पूछताछ में सामने आया था कि इस गैैंग का मास्टरमाइंड अभय श्रीवास्तव है जो कई और युवकों को पैसों का लालच देकर अपने जाल में फंसाकर फर्जीवाड़ा कर रहा है।

सीसीटीवी से मॉनिटरिंग
परीक्षा को देखते हुए डीएम सूर्यपाल गंगवार ने रविवार को परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। डीएम ने निरीक्षण की शुरुआत बालिका विद्या निकेतन स्थित परीक्षा केंद्र से की। परीक्षा केंद्र पहुंचकर परीक्षा के सुचारु संचालन के संबंध में एग्जामिनेशन रूम, परीक्षा पर्यवेक्षकों की व्यवस्था को देखा। एग्जाम के पहली पाली में हिंदू पीजी कॉलेज का निरीक्षण करते हुए उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

हर सेंटर में लगे मोबाइल जैमर
डीएम ने निरीक्षण के दौरान नकल विहीन पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षा संपन्न कराने के निर्देश दिए। दूसरी पाली में डीएम ने निशातगंज स्थित राजकीय इंटर कॉलेज, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस राजकीय महिला डिग्री कालेज व कालीचरण इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया।उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण व नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के उद्देश्य से सेक्टर मजिस्ट्रेट व जोनल मजिस्ट्रेट की भी ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही सभी सेंटर पर मोबाइल जैमर की लगया गया है, ताकि नकल विहीन परीक्षा को सम्पन्न कराया जा सके।