लखनऊ (ब्यूरो)। पावर कॉरपोरेशन ने नए कनेक्शन की दरों को लेकर विद्युत नियामक आयोग में संशोधित कॉस्ट डाटा बुक का प्रस्ताव दाखिल कर दिया है। जिसके बाद पूरी संभावना है कि नए बिजली कनेक्शन लेना 40 से 50 प्रतिशत तक महंगा हो सकता है। इसका असर उद्योगों से रिलेटेड कनेक्शन पर भी देखने को मिलेगा। उपभोक्ता परिषद की ओर से इसको लेकर विरोध दर्ज कराया गया है और सप्लाई कोड रिव्यू पैनल सब कमेटी की बैठक में इस मामले को उठाने का निर्णय लिया है।
उपभोक्ता सामग्री की दरों में इजाफा
लंबे समय से विचाराधीन नए बिजली कनेक्शन संबंधी कास्ट डाटा बुक, जिसमें सभी उपभोक्ता सामग्रियों की दरें जैसे मीटर की कास्ट, खंभे, ट्रांसफॉर्मर की कास्ट, सिक्योरिटी राशि, प्रोसेसिंग फीस वह एस्टीमेट के निर्धारण संबंधी सभी फीस का निर्धारण किया जाता है, का एक संशोधित प्रस्ताव प्रदेश की बिजली कंपनियों की तरफ से पावर कारपोरेशन ने विद्युत नियामक आयोग में दाखिल कर दिया है। जिसमें बड़े पैमाने पर उपभोक्ता सामग्री की दरों में बढ़ोत्तरी एवं उद्योगों तथा बड़े उपभोक्ताओं की सिक्योरिटी राशि में 100 प्रतिशत से ज्यादा तक कि वृद्धि प्रस्तावित कर दी है। इससे पहले का डाटा बुक 2019 में जारी की गई थी जो लगातार लागू है। वैसे कास्ट डाटा बुक दो से तीन साल के लिए बनाई जाती है लेकिन पावर कॉरपोरेशन द्वारा कास्ट डाटा बुक समय से न दाखिल करने की वजह से इसमें विलंब हुआ।
इस तरह होगी बढ़ोत्तरी
पावर कारपोरेशन ने लेबर एंड ओवरहेड चार्ज जो पहले 2 किलोवाट तक 150 रुपये लिया जाता था, उसमें सीधे बढ़ोत्तरी करते हुए उसे 564 रुपये कर दिया है। इसकी वजह से बीपीएल और छोटे बिजली उपभोक्ताओं तक की नई कनेक्शन की दरों में लगभग 44 प्रतिशत की वृद्धि हो जाएगी। इस बार प्रस्तावित कास्ट डाटा बुक में स्मार्ट मीटर कि सिंगल फेस दर 3822 रुपये दी गई है वहीं थ्री फेस स्मार्ट मीटर की दर 6316 रुपये दी गई है। इतना ही नहीं, पावर कारपोरेशन ने यह भी कहा है कि अगले दो साल बाद यदि कॉस्ट डाटा बुक समय से न बन पाए तो प्रत्येक वर्ष उसमें 7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी मान ली जाए।
जल्दबाजी में प्रस्ताव दाखिल किया
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि संशोधित कॉस्ट डाटा बुक में जिस प्रकार से उपभोक्ता सामग्रियों की दरों में असंतुलन दिख रहा है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि पावर कारपोरेशन में कॉस्ट डाटा बुक को मनमाने तरीके से जल्दबाजी में प्रस्तावित कर दिया है, जिससे आने वाले समय में छोटे-बड़े बिजली उपभोक्ता की नए बिजली कनेक्शन की दरों में व्यापक बढ़ोत्तरी होगी। जहां उद्योगों के नए कनेक्शन की दरें 100 प्रतिशत से ऊपर बढ़ जाएंगी, वहीं छोटे बिजली उपभोक्ताओं के नए कनेक्शन की दरों में भी 44 से 50 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी होगी।
इस तरह समझें बढ़ोत्तरी
उपभोक्ता सामग्रियां वर्तमान दर (रु.) प्रस्तावित दर (रु.) बढ़ोत्तरी
25 केवीए ट्रांसफार्मर 56780 69006 22 प्रतिशत
सिंगल फेस मीटर 872 912 5 प्रतिशत
पीसीसी पोल 2721 3243 19 प्रतिशत
श्रेणी वर्तमान दर (रु.) प्रस्तावित दर (रु.) बढ़ोत्तरी
स्मॉल एंड मीडियम पावर 1350 प्रति किलोवाट 3000 प्रति किलोवाट 122 प्रतिशत
नॉन इंडस्ट्रियल लोड 4500 प्रति केवीए 6000 प्रति केवीए 33 प्रतिशत
लार्ज एंड हैवी 2200 प्रति किलोवाट 5000 प्रति किलोवाट 127 प्रतिशत
चार्जिंग सबस्टेशन 400 प्रति किलोवाट 3000 प्रति किलोवाट 650 प्रतिशत
नए संयोजन में प्रोसेसिंग फीस में बढ़ोत्तरी का असर
प्रोसेसिंग फीस वर्तमान दर (रु.) प्रस्तावित दर (रु.)
1 किलोवाट लाइफ लाइन केबल 10 10
1 किलोवाट लाइफ लाइन छोड़कर 50 100
1 किलोवाट के ऊपर 25 किलोवाट से कम 100 100
25 किलोवाट से 50 किलोवाट तक 1000 5000
56 केवीए से 500 केवीए तक 5000 10000
500 केवीए से 3000 केवीए तक 10000 15000
3000 केवीए से 10000 केवीए तक 15000 25000
10000 केवीए से ऊपर 25000 50000