लखनऊ (ब्यूरो)। पहले के मुकाबले परिवहन निगम की बसों में सफर और भी सुरक्षित होगा। जहां बसों की लाइव लोकेशन के साथ इमरजेंसी में पैनिक बटन दबाने पर तत्काल मदद मिलेगी। इसको लेकर मंगलवार को परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम मुख्यालय के सभागार कक्ष में कमांड सेंटर का उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने अन्य परियोजनाओं का लोकापर्ण और शिलान्यास किया।

इमरजेंसी में मिलेगा सुविधा

परिवहन राज्यमंत्री दया शंकर सिंह ने परिवहन विभाग एवं परिवहन निगम की 41.16 करोड़ रुपये लागत की कुल 18 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। परिवहन निगम मुख्यालय में उन्होंने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन किया एवं बसों की वास्तविक स्थिति का स्वयं परीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कमांड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से बसों की वास्तविक स्थिति प्रदेश के लोगों को मिलेगी। वास्तविक लोकेशन प्राप्त कर किसी आकस्मिक स्थिति में तत्काल सहायता पहुंचाई जा सकती है। कमांड कंट्रोल सेंटर को डॉयल 112 से भी जोड़ा जा रहा है।

बसें हो सकेंगी ट्रैक

इसके अलावा, बसों में व्हीकिल लोकेशन एंड ट्रेकिंग डिवाइस वीएलटीडी के साथ-साथ पैनिक बटन भी लगाया गया है। जिसका उपयोग करने से निगम मुख्यालय स्थित कमांड कंट्रोल सेंटर एवं संबंधित क्षेत्रीय कंट्रोल रूम में पैनिक अलर्ट प्रदर्शित होगा। अब लोगों को अपने परिवारीजनों की यात्रा के दौरान वास्तविक स्थिति की सुरक्षा प्राप्त हो सकेगी एवं परिजनों की जानकारी की चिंता से भी मुक्ति मिलेगी।

रिसर्च कार्यक्रम भी होगा

परिवहन मंत्री ने इस अवसर पर परिवहन विभाग द्वारा संचालित की जाने वाली महत्वपूर्ण परियोजना रायबरेली स्थित इन्स्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि यह देश का पहला ऐसा सेंटर है, जहां टे्रनिंग, टेस्टिंग के साथ-साथ रिसर्च का भी कार्य किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू, परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह, एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर सहित अन्य मौजूद रहे।