लखनऊ (ब्यूरो)। लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। एक ओर जहां प्रत्याशियों के नामों पर मंथन हो रहा है, तो कईयों के नाम अनाउंस भी कर दिए गए हैं। वोटर्स को लुभाने के लिए प्रत्याशियों ने अपनी रणनीति पर काम भी शुरू कर दिया है। वहीं दुसरी तरफ, वोटर्स भी अपने मुद्दों के साथ तैयार हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट भी अपनी 'राजनीटी' परिचर्चा के तहत वोटर्स के बीच जाकर उनका मन टटोलने का काम कर रहा है। ज्यादातर वोटर्स का कहना है कि नई सरकार को एजुकेशन, रोजगार और व्यापारियों के हितों के प्रति काम करना चाहिए।

यहां हुई परिचर्चा

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट राजनीटी का आयोजन सोमवार को लखनऊ की बिजनौर बाजार स्थित तेज इलेक्ट्रॉनिक्स एंड फर्नीचर शोरूम में हुआ। इस दौरान वहां युवा और व्यापारी वर्ग के लोगों समेत अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोग भी मौजूद रहे। सभी ने प्रमुखता के साथ अपने मुद्दों को सामने रखा। वोटर्स ने स्पष्ट कहा कि पार्टी नहीं बल्कि प्रत्याशी का विजन देखकर लोगों को वोट करना चाहिए। साथ ही, युवाओं को भी राजनीति में आना चाहिए, ताकि देश को आगे बढ़ाया जा सके।

एजुकेशन व नौकरी पर हो काम

इस परिचर्चा के दौरान वोटर्स बोले कि नई सरकार को युवाओं को ध्यान में रखते हुए एजुकेशन और उनके रोजगार पर काम करना चाहिए। जो भी भर्तियां निकलें उनको तय समय पर पूरा किया जाए और पूरा प्रोसेस क्लीन होना चाहिए। परीक्षा से लेकर नियुक्ति तक तय समय सीमा के भीतर हो। साथ ही पेपर लीक जैसे मामलों को रोकने के लिए कड़ाई से काम करना चाहिए, ताकि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ न हो सके।

व्यापारी हितों को लेकर हो काम

परिचर्चा में व्यापारी बोले कि नई सरकार को व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए। खासतौर पर जीएसटी को सरल और व्यापारी के हितों वाला होना चाहिए। इसके अलावा, मेडिकल इंश्योरेंस और पेंशन जैसी योजनाएं भी लानी चाहिए। बेवजह व्यापारियों को परेशान करने पर रोक लगनी चाहिए। व्यापारी देश के विकास में टैक्स देता है। ऐसे में व्यापारियों के हितों को प्राथमिकता के आधार पर काम होना चाहिए। ऑनलाइन शॉपिंग से बिजनेस को काफी नुकसान हो रहा है। इसको लेकर भी ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

वन नेशन वन इलेक्शन पर हो काम

परिचर्चा के दौरान वन नेशन वन इलेक्शन मुद्दा भी लोगों ने प्रमुखता के साथ उठाया। लोगों का मानना है कि अलग-अलग इलेक्शन होने से समय और पैसा बहुत खर्च होता है। वोटर्स भी इससे परेशान होते हैं। ऐसे में, सरकार को वन नेशन वन इलेक्शन पर विचार करना चाहिए। इसमें सभी पार्टियों को एकमत होना चाहिए।

युवा राजनीति में आएं

परिचर्चा में शामिल युवाओं ने कहा कि राजनीति में अधिक से अधिक युवाओं को आना चाहिए, ताकि युवाओं के हक की बातों को प्रमुखता को उठाया जा सके। इसके लिए साफ छवि और काम करने वाले युवाओं को आगे आना चाहिए। वोटर्स को भी ऐसे युवाओं को आगे बढ़ाने का काम करना चाहिए। युवा देश होने का फायदा भी युवाओं को मिले। उनके पास नया विजन और काम करने का जज्बा होता है। राजनैतिक पार्टियों को भी युवाओं को आगे लाना चाहिए।

परिवारवाद भी बड़ा मुद्दा

चुनाव के दौरान परिवारवाद भी एक मुद्दा बनकर सामने आता है। लोग बोले कि इसपर रोक लगनी चाहिए, क्योंकि आजकल कई पार्टियां ऐसी हैं, जिनपर एक ही परिवार का कब्जा है। सभी निर्णय उनके द्वारा ही लिए जाते हैं, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए।

ये रहे अहम मुद्दे

1. एजुकेशन और रोजगार पर गंभीरता से काम हो।

2. परिवारावद को राजनीति से दूर रखना चाहिए।

3. भ्रष्टाचार से सख्ती से निपटना चाहिए।

4. वन नेशन वन इलेक्शन पर काम होना चाहिए।

5. युवाओं को राजनीति में आना चाहिए।

6. व्यापारी वर्ग की सुरक्षा को लेकर काम किया जाना चाहिए।

क्या बोले लोग

वन नेशन वन इलेक्शन होना चाहिए। साल में कई इलेक्शन होने से सरकार का बहुत पैसा खर्चा होता है। साथ ही, नई सरकार को विकास पर ज्यादा काम करना चाहिए।

-वीरेंद्र पांडे

सरकार जो भी वैकेंसी निकाले उसकी एक समय सीमा तय होनी चाहिए। एग्जाम से लेकर नियुक्ति तक सब तय समय सीमा में हो। साथ ही पेपर लीक मामलों पर सख्ती से रोक लगे।

-ललित पांडे

इसबार चुनाव में एजुकेशन और रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा होना चाहिए। बच्चों को अच्छी एजुकेशन मिले, अच्छे अस्पताल बनें और लोगों को रोजगार मिले। मैं इसी को ध्यान में रखकर वोट करूंगा।

-सैय्यद जमाल अख्तर

युवाओं को राजनीति में आना चाहिए। राजनीतिक पार्टियों को इसपर फोकस करना चाहिए, ताकि युवाओं को उनका हक मिल सके।

-रितिक यादव

जो भी प्रत्याशी हो उसकी छवि साफ-सुथरी होनी चाहिए। उसके पास विकास को लेकर विजन होना चाहिए, जो अपने क्षेत्र के लोगों की समस्या का समाधान कर सके।

-मोहित पांडे

परिवारवाद भी चुनाव में एक बड़ा मुद्दा है। किसी पार्टी का सारा कंट्रोल एक ही परिवार के पास हो, यह अच्छी बात नहीं है। व्यापारियों की समस्या पर भी नई सरकार को फोकस करना चाहिए।

-संजय गुप्ता

बेरोजगारी आज एक बड़ी समस्या है, जिसको लेकर गंभीर होने की जरूरत है। साथ ही, जो भी सांसद बने वह अपने क्षेत्र के लोगों के लिए हर समय उपलब्ध हो। इलाके में जो समस्याएं हों, उनके लिए वह स्वयं जिम्मेदारी लेते हुए उनको दूर करे।

-अमित शुक्ला

नई सरकार से यही उम्मीद है कि वह देश को आगे ले जाने का काम करेगी। भ्रष्टाचार को लेकर कोई ढीला रवैया नहीं होगा। साथ ही युवाओं के बारे में भी सोचना चाहिए।

-गोपाल मिश्रा

ऑनलाइन व्यापार की वजह से हम व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है। खासतौर पर छोटे व्यापारियों का बहुत परेशानी झेलनी पड़ रही है। सरकार को इसपर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

-राधे श्याम गुप्ता

लोगों से अपील है कि वोटिंग के दिन अधिक से अधिक संख्या में बाहर निकलकर वोट करें। घर बैठकर अपना वोट का जाया न करें, ताकि देश का विकास करने वाली सरकार का गठन हो सके।

-रईस