लखनऊ (ब्यूरो)। खालसा पंथ के संस्थापक, सरबंसदानी, मानवता के रहिबर, महान कवि साहिबे कमाल साहिब गुरु गोबिंद सिंह महाराज का प्रकाश पर्व प्रकाश पर्व बुधवार को राजधानी में बेहद श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न गुरुद्वारों में प्रकाश उत्सव मनाया। जहां विशेष दीवान सजाया गया। वहीं, भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर मत्था टेका। साथ ही गुरु का प्रसाद वितरित किया गया।

धूमधाम से मना प्रकाश पर्व

श्री गुरु सिंह सभा ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु नानक देव जी नाका हिंडोला की ओर से डीएवी डिग्री कालेज के मैदान में बड़ी श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। श्री अखंड पाठ साहिब जी की समाप्ति के बाद पांच प्यारों की अगुवाई में समूह साध संगत द्वारा श्री गुरुग्रंथ साहिब की शाही सवारी को शबद कीर्तन गायन करते हुए गुरुद्वारा साहिब से नाका हिंडोला से होते हुए डीएवी डिग्री कालेज में सजे पंडाल में ले जाया गया। भव्य पंडाल बहुत खूबसूरती से सजाया गया था। जहां फूलों से सुसज्जित भव्य स्टेज पर श्री गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश किया गया। रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह द्वारा पवित्र आसा दी वार का अमृतमयी कीर्तन से कार्यक्रम आरंभ हुआ।

श्रद्धालुओं ने छका लंगर

श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने संगतों को प्रकाश पर्व की बधाई दी तथा बधाई संदेश आकाशवाणी लखनऊ द्वारा भी प्रसारित किया गया। विशेष रूप से पधारे भाई चरनजीत सिंह ने अपनी मधुरवाणी में तही प्रकास हमारा भयो पटना सहिर बिखै भव लयो।। शबद कीर्तन गायन कर संगत को निहाल किया। सिंह साहिब ज्ञानी बचित्तर सिंह ने गुरु गोबिंद सिंह के जीवन पर दिल को छू देने वाले विचार व्यक्त किए। रागी जत्था भाई जगतार सिंह ने देह सिवा बर मोहि इहै सुभ करमन ते कबहूं न टरों शबद कीर्तन गायन कर संगत को मंत्रमुग्ध किया। ज्ञानी सुखदेव सिंह ने गुरमत विचारों द्वारा कथा व्याख्यान किया। माता गुजरी सतसंग सभा, लखनऊ की सदस्याओं एवं सिमरन साधना परिवार ने भी इस कार्यक्रम में शबद कीर्तन गायन किया। समागम में लंगर तजिंदर सिंह, इंद्रजीत सिंह की देखरेख में वितरण की सेवा सिख यंग मेन्स एसोसियेशन एवं दशमेश सेवा सोसाइटी द्वारा की गयी। कई स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संगत की सेवा आइसक्रीम, ब्रेड, छोले, जलेबी, कढ़ी चावल, मक्के की रोटी सरसों का साग आदि अनेक तरह के व्यंजनों के स्टाल लगाकर की गई।

बलिदान कोई भूल नहीं सकता

सीएम योगी आदित्यनाथ भी प्रकाश उत्सव के समागम में शामिल हुए और गुरु दरबार में माथा टेक के गुरु महाराज का आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह के चारों साहबजादों के बलिदान और योगदान को देश भुला नहीं सकता। देश की धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए उन्होंने अपना बलिदान दिया जिसके लिए देश उनको नमन करता है।

प्रकाश पर्व मनाया

ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी यहियागंज में प्रकाश पर्व के अवसर पर विशेष दीवान सजाया गया। गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि रात 1:10 पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर गुलाब के फूलों वर्षा की गई। डॉ। अमरजोत सिंह ने बताया कि श्री गुरु गोबिंद सिंह इस स्थान पर 1672 में आए थे एवं दो माह 13 दिन रुके थे।

प्रसाद वितरित किया गया

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मानसरोवर गुरु तेग बहादर नगर में प्रकाश उत्सव पर नगर कीर्तन निकला गया एवं अखंड पाठ का समापन हुआ। मुख्य ग्रंथी ज्ञानी राजदीप ने संगत को गुरु गोबिंद सिंह के इतिहास के बारे में बताया। हजूरी रागी भाई गुरमीत सिंह जी ने शब्द कीर्तन किया। कार्यक्रम समाप्ति पर गुरु का लंगर वितरित किया गया।