लखनऊ (ब्यूरो)। पूर्वी यूपी में इंसेफेलाइटिस को लेकर इस बार भी दो बार सर्वे कराया गया, जिसमें सामने आया कि एक भी बच्चे की मौत नहीं हुई है। आज पूर्वी यूपी खुशहाल है।प्रदेश वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कालेज की दिशा में तेजी के साथ बढ़ रहा है। पहली बार केंद्र और राज्य सरकार पीपीपी मोड पर भी मेडिकल कालेज बना रही है। आने वाले अगले पांच से सात वर्ष में प्रदेश में डाक्टरों की कमी नहीं रहेगी। ये बातें सीएम योगी ने कही। वे शुक्रवार को लोहिया संस्थान के चतुर्थ स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए।
नियंत्रित किया इंसेफेलाइटिस
पांच वर्ष पहले पूर्वी यूपी इंसेफेलाइटिस से बुरी तरह ग्रस्त था। हर वर्ष 15 जुलाई से 15 नवंबर के बीच 1200 से 1500 मौतें होती थीं। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में 500 से 700 मासूम दम तोड़ देते थे। यह क्रम पिछले 40 वर्ष से चल रहा था। पीएम नरेंद्र मोदी ने इंफेसेलाइटिस पर लगाम लगाने के लिए गोरखपुर को एम्स दिया। वर्ष 2017 में सीएम बनने पर इसे खत्म करने की जिम्मेदारी मेरे कंधों पर थी। इस पर काम शुरू किया गया और वर्ष 2019 में यानी दो साल के भीतर इस पर पूरी तरह काबू पा लिया।
संस्कृति ही जीवन का आधार
सीएम ने कहा कि ऋषि परंपरा में बीज का वृक्ष बन जाना संस्कृति कहलाता है, जबकि बीज का सड़कर नष्ट हो जाना विकृति कहलाता है। हमारी संस्कृति ही जीवन के विकास का आधार है। ऋषि परंपरा के अनुरूप ही डा। राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल से इंस्टीट््यूट बनकर सबके सामने है। लोहिया उत्तर भारत में चिकित्सा स्वास्थ्य का बेहतरीन केंद्र बनकर उभर रहा है। यह सभी के लिए बड़ी उपलब्धि है।
अच्छा डॉक्टर व्यावहारिक हो
सीएम ने कहा कि लखनऊ यूपी का सबसे बड़ा शहर है। यहां लगभग 70 लाख की आबादी निवास करती है। आरएमएल की पहचान पूर्वी उत्तर प्रदेश के गेटवे के रूप में होती है। यह अस्पताल से बढ़ करके 1350 बेड के बड़े संस्थान के रूप में विकसित हो चुका है। उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि अच्छे काम करने पर परिणाम भी अच्छे आते हैं। इसलिए एक अच्छे डाक्टर को व्यावहारिक होना चाहिए।
ये रहे कार्यक्रम में मौजूद
इस अवसर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण ङ्क्षसह, मुख्य सचिव मनोज कुमार ङ्क्षसह, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, संस्थान के निदेशक प्रो सीएम ङ्क्षसह, सीएमएस प्रो एके ङ्क्षसह, अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो संजीव मिश्र, दैनिक जागरण के राज्य संपादक आशुतोष शुक्ल, डीन प्रो प्रद्युम्न ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।
इन्हें किया गया सम्मानित
सीएम योगी ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले न्यूरो सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डा। दीपक ङ्क्षसह, बाल रोग विशेषज्ञ डा। नेहा राय, बायोकेमेस्ट्री से डा वंदना तिवारी, यूरोलाजी से डा संजीत, न्यूरोलाजी से डा अब्दुल कवि, रेडियोथेरेपी से डा मधुप रस्तोगी, माइक्रोबायोलाजी से डा ज्योत्सना अग्रवाल, जनरल मेडिसिन से डा ऋतु करोली, कम्युनिटी मेडिसिन से डा सुमित दीक्षित और फिजियोलाजी से डा विभा गंगवार को पुरस्कृत किया।