लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी बोर्ड एग्जाम में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कड़े प्रबंध किए गए हैं। सोशल मीडिया से लेकर अराजकतत्वों पर नजर रखी जा रही है। संवेदनशील केंद्रों को चिंहित किया जा चुका है। परीक्षा खत्म होने से पूर्व प्रश्नपत्र या उसके किसी भी भाग को प्रसारित किया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने दी।

सीसीटीवी से निगरानी

एसीएस दीपक कुमार ने बताया कि एसटीएफ तथा स्थानीय अधिसूचना इकाई के माध्यम से विशेष निगरानी की व्यवस्था की गई है। नकल की आशंका पर अंकुश लगाने के लिए प्रश्नपत्रों को खोलने की कार्यवाही सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी। केंद्रों एवं स्ट्रांग रूम पर 24 घंटे सशस्त्र बल एवं लाइव सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गई है। स्ट्रांग रूम का सुबह सचल दल द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों के आसपास 100 मीटर की परिधि व आवश्यकता पड़ने पर उसके बाहर भी जिला प्रशासन को धारा-144 लागू करने सहित अन्य सभी एहतियाती उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि एग्जाम 12 कार्य दिवसों में संपन्न होगी। इस बार केंद्रों का निर्धारण ऑनलाइन किया गया है।

ये होगा पहली बार

- परीक्षा कक्षों में लगाए गए लगभग 3.11 लाख कक्ष निरीक्षकों को सुरक्षित क्यूआर कोड एवं क्रमांक युक्त कंप्यूटराइज्ड परिचय पत्र जारी किया गया है।

- उत्तर पुस्तिकाओं के कवर पृष्ठ पर क्यूआर कोड, क्रमांक संख्या एवं लोगो के अतिरिक्त उसके आंतरिक पृष्ठ पर भी परिषद का लोगो तथा प्रत्येक पृष्ठ पर पृष्ठ संख्या के साथ-साथ चार अलग-अलग रंगों में सिलाईयुक्त उत्तर पुस्तिकाएं मुद्रित कराई गई हैं।

- क्विक रिस्पॉस टीम गठित की गई है। जो सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने वालों पर नजर रखेगी।