लखनऊ (ब्यूरो)। हम जिंदा रहते है अपने बच्चों को अच्छी पढ़ाई और परवरिश नहीं दे पाए।। इस उम्मीद के साथ दुनिया छोड़ रहे है कि उनकी परवरिश अच्छे से हो। एक पन्ने में चंद लाइन लिखकर प्रयागराज से आए दंपत्ति ने होटल के कमरे में फंसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

कमरा नंबर 302 में रुके थे
नाका के पानदरीबा स्थित राजवीर इन होटल के कमरा नं 302 में सैटरडे को प्रयागराज के करेली जीटीबी नगर निवासी दंपति महबूब आलम अंसारी और उनकी पत्नी जेबा अंसारी के शव लटकते मिले। कमरे का दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची। शव के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें आर्थिक तंगी से यह कदम उठाने की बात लिखी है। फोरेंसिक टीम ने मौके पर जांच पड़ताल की है।

शुक्रवार शाम आए थे होटल में
एडीसीपी मध्य मनीषा ङ्क्षसह ने बताया कि कमरे में मिले शव की पहचान प्रयागराज के करेली केटीबी नगर निवासी 44 वर्षीय महबूब आलम और 39 वर्षीय जेबा अंसारी के रूप में हुई है। जांच में सामने आया कि शुक्रवार शाम करीब साढ़े चार बजे होटल पहुंच कर कमरे में चले गए थे। रात में महबूब खाना लेकर आया था। इसके बाद से कोई भी कमरे से बाहर नहीं अया।

अलग-अलग फंदा बनाया
शनिवार सुबह सफाई कर्मचारी कमरे में पहुंचा और दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर खिड़की से झांक कर देखा तो दोनों फंदे से लटक रहे थे। महबूब ने पंखे से तो जेबा ने कपड़े टांगने वाली खूंटी के सहारे फांसी लगाई थी। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

साले के घर जाने की बात कहकर निकले थे
पुलिस ने बताया कि महबूब के पिता से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वे ठाकुरगंज निवासी साले के घर जाने की बात कहकर निकले थे। पुलिस ने दोनों के पास से एक पन्ने का सुसाइड नोट बरामद किया है। उसमें लिखा है कि दोनों लोग मर्जी से यह कदम उठा रहे हैं। किसी पर कोई आरोप नहीं है। आर्थिक तंगी के चलते काफी परेशान चल रहे हैं। उम्मीद है कि घरवाले बच्चों की परवरिश अच्छे से करेंगे, ताकि उनका भविष्य अच्छा हो सके। वहीं, इंस्पेक्टर नाका वीरेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पिता के आने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।