लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए के गोमतीनगर स्थित अपार्टमेंट्स में आरडब्ल्यूए गठित होने से अधिक समस्याएं तो नहीं हैैं लेकिन यहां जल संरक्षण की दिशा में तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है। अपार्टमेंट्स में जल संरक्षण के लिए सिस्टम तो बना है लेकिन अभी वो प्रॉपर तरीके से काम नहीं कर रहा है। जिससे बारिश का पानी बेसमेंट में भर जाता है और आवंटी परेशान होते हैैं। यहां भी लिफ्ट सुविधा और सीपेज की समस्या है। आवंटियों की मांग है कि जल्द समस्याओं को दूर किया जाना चाहिए।

दो दर्जन से अधिक अपार्टमेंट
एलडीए के करीब दो दर्जन से अधिक अपार्टमेंट गोमतीनगर और गोमतीनगर विस्तार में हैैं। यहां ज्यादातर अपार्टमेंट्स बेहद हाईटेक हैैं और उनकी कीमत भी काफी हाई है। एक अच्छा पहलू यह है कि यहां पर लगभग सभी अपार्टमेंट्स में आरडब्ल्यूए गठित है, जिनकी ओर से अपार्टमेंट्स में छोटे-छोटे मेंटीनेंस के कार्य कराए जाते हैैं। हालांकि अगर कोई बड़ा मेंटीनेंस संबंधी खर्च आता है तो फिर कॉर्पस फंड की तरफ फोकस करना पड़ता है।

ये हैैं प्रमुख समस्याएं
1-रेन वॉटर हार्वेस्टिंग
यहां लगभग सभी अपार्टमेंट्स में वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए सिस्टम लगाया है। कई अपार्टमेंट्स में सिस्टम प्रॉपर एक्टिव नहीं है। इसकी वजह से बारिश का पानी बर्बाद होता है। आवंटियों का कहना है कि इस समस्या को दूर किया जाना चाहिए, जिससे बारिश का पानी सेव हो सके।

2-लिफ्ट सुविधा
यहां भी ज्यादातर अपार्टमेंट्स में लिफ्ट संबंधी सुविधा पर सवाल उठते रहते हैैं। हाईटेक अपार्टमेंट्स होने के बाद भी कई बार लिफ्ट सुविधा को लेकर सवाल सामने आते रहते हैैं।

3-सीपेज
यहां भी कई अपार्टमेंट्स में सीपेज की समस्या है। जिसकी वजह से आवंटियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आवंटियों का कहना है कि सीपेज की वजह से फ्लैट्स में रहना मुश्किल हो रहा है। इस तरफ तत्काल ध्यान दिए जाने की जरूरत है।

हर महीने लिया जाता मेंटीनेंस
अपार्टमेंट्स में आरडब्ल्यूए गठित है। अपार्टमेंट्स में अगर कोई समस्या सामने आती है तो उसे दूर करने के लिए आरडब्ल्यूए की ओर से कदम उठाया जाता है। आरडब्ल्यूए की ओर से हर महीने प्रति फ्लैट 1500 रुपये तक मेंटीनेंस चार्ज लिया जाता है। अगर इसके बाद कोई बड़ा खर्च आता है तो आरडब्ल्यूए की ओर से अपनी बोर्ड बैठक में उक्त प्रस्ताव को पास कर एलडीए के पास भेजा जाता है। जिसके बाद एलडीए की ओर से अंतिम निर्णय लिया जाता है।

अपार्टमेंट्स में जल संरक्षण की दिशा में तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है। अपार्टमेंट्स में जल संरक्षण की व्यवस्था तो है लेकिन प्रॉपर सिस्टम काम नहीं करता है। इसी तरह लिफ्ट और सीपेज इत्यादि की समस्या को भी दूर करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। जिससे आवंटियों को राहत मिल सके।
उमाशंकर दुबे, अध्यक्ष, लखनऊ जनकल्याण महासमिति