लखनऊ (ब्यूरो)। हेलो, मैं सदर थाने से बोल रहा हूं, आपका बेटा क्रिमिनल है, उसकी कई दिनों से तलाश थी, उसे गिरफ्तार कर लिया है। अगर बेटा को छुड़ाना है तो थाने आना होगा। तभी बात बन सकती है। यह बात आशियाना एरिया में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला के वाट्सएप मोबाइल कॉल कर कही गई। कॉलर के वाट्सएप पर पुलिस वाले की फोटो लगी थी। महिला को जब जालसाजी का शक हुआ तो फोन काट दिया और शिकायत साइबर पुलिस से की। लखनऊ में अब लोगों से इस तरह ठगी करने वाला गैंग सक्रिय है।

एक महीने से बढ़ा ट्रेंड
साइबर सेल के अधिकारियों ने बताया कि इन दिनों ऐसी कॉल का ट्रेंड बना हुआ है। ये साइबर क्रिमिनल्स खुद को पुलिस समेत उच्च अधिकारी बताकर पैसा ऐंठने में लगे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी में पिछले दो महीने में एक दर्जन से अधिक ऐसी शिकायतें साइबर सेल पहुंची हैं। हाल ही में चौक थाना क्षेत्र में भी इसी तरह का मामला सामने आया था।

पाकिस्तान के नंबर से कॉल
जांच में सामने आया कि साइबर क्रिमिनल पाकिस्तान के नंबर से कॉल कर रहे हैं। इसकी जांच के लिए टीम बनाई गई है। साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्रा के अनुसार, पुलिस अधिकारियों की फोटो का इस्तेमाल कर ठगी करना या फिर गोपनीय जानकारी निकालना कोई बड़ी बात नहीं है। पाकिस्तान के हैकर्स कई बार ऐसी वारदातों को अंजाम देते हैं, लेकिन यह जरूरी भी नहीं कि यह पाकिस्तान से ही हो रहा हो, किसी नई टेक्नोलॉजी से भी यह किया जा रहा हो सकता है।

यह भी जान लीजिए
कॉल स्पूफिंग इंडियन टेलीग्राफ एक्ट के तहत प्रतिबंधित है। ऐसा करने पर जुर्माना, तीन साल जेल या दोनों का प्रावधान है। इसमें तीन साल की सजा के साथ 25,000 रुपये जुर्माने का भी प्रावधान है।

इस तरह बचें
- कॉल अगर वाट्सएप या अन्य मैसेंजर पर आए तो समझिये गड़बड़ है।
- डीपी में पुलिस वाले की फोटो देख डरें नहीं, तुरंत सवाल करें।
- जिस थाने का नाम ले रहा है, वहां से भी पता कराएं।
- छोडऩे के एवज में पैसा मांगे तो फौरन अलर्ट हो जाए।
- गिरफ्तारी, थाने बुलाना, पैसा मंगना, धमकाने का करते हैं खेल
- फौरन इसकी सूचना पुलिस को दें
-किसी पैसा न दें, पुलिस से शिकायत करें, नंबर ब्लॉक करें