लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश सरकार राज्य के ऐसे नागरिक जो देश के किसी अन्य राज्य में या विदेश में प्रवास कर रहे हैं और वे अपनी मातृभूमि व प्रदेश के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं, ऐसे नागरिकों के लिए उत्तर प्रदेश मातृभूमि अर्पण योजना क्रियांवित करने जा रही है। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कैबिनेट बैठक में इस योजना की मंजूरी मिलने के बाद जानकारी दी।

प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जा रहा

नगर विकास मंत्री ने बताया कि देश के विभिन्न नगरों में निवासरत एवं देश से बाहर रह रहे ऐसे सुविधा संपन्न लोग अपनी मातृभूमि व नगर के विकास में भी अपना योगदान देना चाहते हैं, लेकिन कोई व्यवस्थित प्लेटफार्म उपलब्ध न होने की वजह से वांछित स्तर का सहयोग व योगदान प्रदान नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे लोगों का विकास कार्यों में सहयोग लेने के लिए ही प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश मातृभूमि अर्पण योजना के क्रियांवयन के लिए कदम बढ़ाया है।

कार्य की राशि का 60 प्रतिशत भुगतान

नगर विकास मंत्री ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति या निजी संस्था किसी नगरीय निकाय में विकास कार्य, अवस्थापना सुविधाओं के विकास कार्यों को कराना चाहते हैं या स्वयं करना चाहते हैं और कार्य की लागत का 60 प्रतिशत की धनराशि वहन करने को इच्छुक हैं तो शेष 40 प्रतिशत धनराशि की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही निर्धारित आकार व प्रकार का कार्यों का शिलापट्ट व नेम प्लेट सहयोग करने वाले व्यक्ति या संस्था के प्रस्तावानुसार उस भवन अथवा अवस्थापना सुविधा के ऊपर प्रदर्शित किया जाएगा। दानकर्ताओं के द्वारा संबंधित कार्य के लिए दान की गई राशि जमा करवाने के 30 दिनों के अंदर संबंधित कार्य की प्रशासनिक स्वीकृति की कार्रवाई संबंधित जनपद के जिलाधिकारी द्वारा कराई जाएगी एवं कार्य की प्रगति की रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराई जाएगी।

आमंत्रित भी किया जाएगा

यही नहीं 26 जनवरी, 15 अगस्त एवं 2 अक्टूबर जैसे राष्ट्रीय पर्वों के दौरान आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों तथा अन्य सरकारी कार्यक्रमों में ऐसे लोगों को मुख्य अतिथि के रूप में अमंत्रित किया जाएगा। इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए अन्य विकल्पों पर भी कार्रवाई की जाएगी।