लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश के 3 करोड़ 30 लाख बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिलने जा रही है। यह राहत जमा सिक्योरिटी पर ब्याज मिलने से जुड़ी हुई है। सभी उपभोक्ताओं को मई माह के अंत से लेकर जून माह तक जमा सिक्योरिटी पर ब्याज मिल जाएगा, जो करीब 6.75 प्रतिशत है।

पावर कारपोरेशन ने आदेश जारी किया

प्रदेश के लगभग 3 करोड़ 30 लाख बिजली उपभोक्ताओं को उनकी जमा सिक्योरिटी पर ब्याज दिए जाने का रास्ता साफ हो गया है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने प्रदेश के सभी बिजली उपभोक्ताओं को उनकी जमा सिक्योरिटी पर ब्याज दिए जाने का आदेश जारी कर दिया है। इस बार प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को वर्ष 2023-24 में उनकी जमा सिक्योरिटी पर 1 अप्रैल 2024 भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अधिसूचित 6.75 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार व निदेशक कामर्शियल अमित कुमार श्रीवास्तव का आभार व्यक्त किया।

बिजली बिल में दिखने लगेगा

निदेशक कामर्शियल ने कहा कि इस महीने के अंतिम सप्ताह से प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को उनकी जमा सिक्योरिटी पर ब्याज का समायोजन उनके बिलों में दिखने लगेगा। पावर कारपोरेशन ने अपने बिलिंग सॉफ्टवेयर में सभी बिजली उपभोक्ताओं को ब्याज दिए जाने की व्यवस्था कर ली है। उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष का कहना है कि विद्युत वितरण संहिता-2005 के तहत 1 अप्रैल को बैंक दर पर जो भी ब्याज अनुमन्य है, वह बिजली उपभोक्ताओं के बिजली बिल में अप्रैल-मई जून के महीने में हर हाल में मिल जाना चाहिए। ऐसे में उपभोक्ता परिषद प्रदेश के सभी बिजली उपभोक्ताओं से अपील करता है कि वह अपने आगामी बिलों में यह देख लें कि उन्हें ब्याज प्राप्त हो गया अथवा नहीं।

4500 करोड़ जमा सिक्योरिटी है

प्रदेश के सभी बिजली उपभोक्ताओं की लगभग 4500 करोड़ सिक्योरिटी जमा है, जिस पर 6.75 प्रतिशत ब्याज के हिसाब से लगभग 303 करोड़ का ब्याज मिलना है। उदाहरण के तौर पर वर्तमान में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की जो एक किलोवॉट पर सिक्योरिटी बिजली कनेक्शन लेते वक्त जमा होती है, वह 300 रुपये है, ऐसे में एक किलोवाट पर जमा सिक्योरिटी के आधार पर 20 रुपया 25 पैसे की सिक्योरिटी उपभोक्ता के बिल में समायोजित होगी। इसी प्रकार जैसे-जैसे सिक्योरिटी की राशि बढ़ेगी, उपभोक्ता के समायोजन की राशि भी बढ़ जाएगी।